नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं पंजाब में हुए अमृतसर हादसे के बारे में, जिसमें एक पिता ने अपने बेटे की कटे हुए सर की फोटो देखी जिसके बाद वह पटरी पर पहुंचा लेकिन बेटे का शव नहीं मिला.
क्या है मामला :
जी हां दोस्तों आपने सही सुना पंजाब में अमृतसर रेल हादसे के शिकार हुए लोगों के परिजनों को अभी तक यह यकीन नहीं हो रहा है कि दशहरे के दिन उनकी दुनिया उजड़ सी गई, इसी बीच एक दिल दहलाने वाली कहानी निकल के सामने आ रही है जिसको सुनने के बाद आपके हक्के बक्के उड़ जाएंगे. दरअसल अमृतसर निवासी विजय कुमार दशहरे के दिन का वाकया याद कर सिहर उठते हैं जब उन्होंने अपने 18 साल के बेटे के कटे हुए सिर की फोटो अपने व्हाट्सएप पर तकरीबन 3:00 बजे देखी जिसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचे लेकिन वहां उनको अपने बेटे का शव नहीं मिला.
पिता को बेटे का शव तक नहीं मिला :
विजय के दो बेटों में से एक आशीष भी घटना स्थल पर था जिसमें आशीष की तो जान बच गई लेकिन दूसरा बेटा मनीष इतना खुशकिस्मत नहीं निकला कि वह उस हादसे से अपनी जान बचा सकता. आपको बता दें कि विजय को जब इस हादसे का पता चला, तो वह अपने बेटे की तलाश में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकते रहे लोगों के सामने गिराते रहे लेकिन उनको अपने बेटे का शव नहीं मिला फिर अचानक उनके फोन के व्हाट्सएप पर एक फोटो आई जिसमें उनके बेटे का कटा हुआ सिर था.इस तलाश में उन्हें एक हाथ और एक पेड़ मिला लेकिन दुर्भाग्यवश वह उनके बेटे का नहीं था .
जनता की मांग हो उच्च स्तरीय जांच :
बहरहाल इस घटना के बाद पूरा देश मानव सहम सा गया है, इस घटना ने पल भर में सैकड़ों परिवार को अंधेरे में धकेल दिया जिससे शायद ही इस घटना से ग्रसित लोग जल्द बाहर आ पाए लेकिन हम सरकार से यह दरख्वास्त करते हैं कि इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी है इस घटना के लिए उस को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
विजय के दो बेटों में से एक आशीष भी घटना स्थल पर था जिसमें आशीष की तो जान बच गई लेकिन दूसरा बेटा मनीष इतना खुशकिस्मत नहीं निकला कि वह उस हादसे से अपनी जान बचा सकता. आपको बता दें कि विजय को जब इस हादसे का पता चला, तो वह अपने बेटे की तलाश में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटकते रहे लोगों के सामने गिराते रहे लेकिन उनको अपने बेटे का शव नहीं मिला फिर अचानक उनके फोन के व्हाट्सएप पर एक फोटो आई जिसमें उनके बेटे का कटा हुआ सिर था.इस तलाश में उन्हें एक हाथ और एक पेड़ मिला लेकिन दुर्भाग्यवश वह उनके बेटे का नहीं था .
जनता की मांग हो उच्च स्तरीय जांच :
बहरहाल इस घटना के बाद पूरा देश मानव सहम सा गया है, इस घटना ने पल भर में सैकड़ों परिवार को अंधेरे में धकेल दिया जिससे शायद ही इस घटना से ग्रसित लोग जल्द बाहर आ पाए लेकिन हम सरकार से यह दरख्वास्त करते हैं कि इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी है इस घटना के लिए उस को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
संपादक : विशाल कुमार सिंह