लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में लौटी मोदी सरकार पूरे फॉर्म में दिख रही है। देश का काया-कल्प करने के इरादे से सरकार ने हाल ही में दो नई कैबिनेट कमेटियों का गठन किया है। लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि सरकार का उक्त फैसला संगठन पर भारी पड़ रहा है। सरकार के इस फैसले से पार्टी के वरिष्ठ नेता नाराज चल रहे हैं। जिसके बाद सरकार को अपने फैसले में बदलाव करना पड़ा है।
ऐतिहासिक बहुमत के साथ सत्ता में लौटी मोदी सरकार पर गृह मंत्री अमित शाह का दबदबा साफ दिख रहा है। कैबिनेट की नवगठित सभी आठ समितियों में अमित शाह गृह मंत्री के हैसियत से शामिल हैं। जबकि वरिष्ठ नेता व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सिर्फ दो कमेटियों में ही शामिल किया गया था। सरकार का फैसला इस ओर संकेत देता है कि मोदी की नई सरकार में राजनाथ की ताकत कम करने की कोशिश की जा रही है।
सूत्रों की माने तो सिर्फ दो कमेटियों में शामिल किए जाने से नाराज चल रहे राजनाथ ने इस्तीफे तक की पेशकश कर दी थी। जिससे घबराई सरकार ने 8 कैबिनेट कमेटियों में से छह में राजनाथ को शामिल करने का फैसले किया है। बता दें कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान गृहमंत्री रहे राजनाथ सिंह को आर्थिक मामलों और सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समितियों में शामिल किया गया था। हालांकि अब उन्हें संसदीय मामलों, राजनीतिक मामलों, निवेश और वृद्धि संबंधी समितियों के साथ-साथ रोजगार और कौशल विकास पर बनी कैबिनेट समिति में भी शामिल किया गया है।