आज हम बात करने जा रहे हैं भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की चीन यात्रा पर.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए शनिवार को चीन दौरे पर रवाना होंगे। किगंदाओं शहर में हो रहे इस सम्मेलन से पहले मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
सनातन धर्म को जाने मात्र 10 बिन्दुओ में जरूर पढ़े / Know Sanatan Dharma in just 10 points
इसमें आतंकवाद सुरक्षा के साथ पाकिस्तान और कोरियाई प्रायद्वीप के हालात पर चर्चा होगी। गत डेढ़ महीने में प्रधानमंत्री की यह दूसरी चीन यात्रा है इससे पहले वह २६ अप्रैल को अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए चीन के वुहान गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों नेता व्यापार एवं निवेश क्षेत्र में रिश्ते प्रगाढ़ करेंगे और समग्र द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा भी करेंगे। एससीओ शिखर सम्मेलन में भारत आतंकवाद की बढ़ती चुनौती से निपटने और सदस्य देशों के बीच सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के प्रभावी तरीके विकसित करने की पैरवी करेगा।
वेद, उपनिषद और संगदर्शन क्या है / What is the Vedas, Upanishads and Sagdarshan
भारत एससीओ और उसकी क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना के साथ सुरक्षा संबंधी सहयोग बढ़ाने का इच्छुक है।
"रेट्स"सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर काम करती है।भारत एससीओ के सदस्य देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय संपर्क परियोजनाओं के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहेगा ।भारत पहले से ही इस पर काम कर रहा है।
जगन्नाथ पुरी मंदिर में माहौल स्वच्छ नहीं: सुप्रीम कोर्ट/Jagannath Puri temple is not clean: Supreme Court
मोदी शीर्ष नेताओं से मिलेंगे:
प्रधानमंत्री कई देशों के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे ।हालांकि पीएमओ में इसकी औपचारिक जानकारी नहीं दी है ।सम्मेलन में आ रहे पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन से मोदी की मुलाकात पर भी संशय बना हुआ है।
संपादक: आशुतोष उपाध्याय