लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सातों सीटों पर भारी जीत के बाद भाजपा के हौसले बुलंद हैं। आठ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार बनने वालों में गजब की होड़ लगी हुई है। चर्चा थी कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में डॉ हर्षवर्धन के साथ दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी या राज्यसभा सदस्य विजय गोयल भी मंत्री बन जाएंगे तो दोवेदारों की संख्या घट जाएगी। ऐसा न होने पर इन दोनों के साथ दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की दावेदारी बनी हुई है।
विजय गोयल राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं और उनका कार्यकाल अगले साल के शुरू में समाप्त हो रहा है। वैसे पार्टी चाहेगी तो किसी दूसरे राज्य से भी उन्हें राज्यसभा भेज सकती है लेकिन उनका ज्यादा प्रयास मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनकर विधानसभा चुनाव लड़ना होगा। इसी तरह से करीब तीन साल पहले बने प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी केंद्र सरकार में किसी विभाग में राज्यमंत्री बनने के बजाए दिल्ली का मुख्यमंत्री बनना पसंद करंगे। वैसे उनके मुख्यमंत्री बनने पर लोकसभा के उपचुनाव करवाने होंगे।