क्या है खबर ?
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में प्रदेश में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का प्रदर्शन घोर निराशाजनक रहा है. टीएमसी के सांसदों की संख्या साल 2104 के 34 के मुकाबले इस बार घटकर 22 रह गई है. इन सबके बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीएम पद से अपने इस्तीफे की पेशकश की है. ममता बनर्जी ने कहा कि टीएमसी की बैठक से पहले ही मैंने साफ कर दिया था कि मैं मुख्यमंत्री के रूप में कार्य जारी नहीं रखना चाहती हूं.
ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों ने हमारे खिलाफ काम किया. राज्य में इमरजेंसी जैसे हालात बना दिए गए. उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम को बांटा गया और इसके चलते वोट भी बंट गए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हमने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की लेकि, कोई कार्रवाई नहीं की गई.
भगवा पार्टी का जनाधार अचानक बढ़ने से हैरान तृणमूल कांग्रेस खेमा बंट गया है. स्थानीय नेताओं ने शीर्ष पार्टी पदों पर काबिज लोगों की ‘‘दूरदर्शिता की कमी’’ और उनके ‘‘अहंकार भरे रवैये’’ को खराब चुनावी प्रदर्शन के पीछे की मुख्य वजह बताया. हालांकि, टीएससी का वोट प्रतिशत इस बार बढ़ा है. उसे 2014 के 39 प्रतिशत के मुकाबले इस बार 43 प्रतिशत वोट मिले हैं लेकिन, वह दक्षिण बंगाल के आदिवासी बहुल जंगलमहल और उत्तर में चाय बागान वाले क्षेत्रों में अपना गढ़ बचाए रखने में नाकाम रही.
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