लोकसभा चुनाव में देश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का मौका दिया। भाजपा ने 30 मई का दिन चुना और नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ कुल 58 सांसदों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। जागरण डॉट कॉम की खबर के मुताबिक नरेंद्र मोदी की ओर से पीएम पद की शपथ लेते ही भाजपा के लिए बुरी खबर आ गई है। इस खबर से बीजेपी का जश्न फीका पड़ गया।
भारतीय जनता पार्टी के लिए शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बुरी खबर एनडीए गठबंधन से आई है। भाजपा की सबसे बड़ी पार्टी जदयू नाराज हो गई है। इसी वजह से जदयू ने अपने किसी भी सांसद को मंत्रिमंडल में शामिल होने से मना कर दिया जबकि उनके पास कुल 16 सांसद हैं जो जीतकर आए हैं। सरकार की शुरुआत होते ही जदयू की नाराजगी बीजेपी के लिए बड़ी मुसीबत बन गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जदयू की नाराजगी की वजह उनकी अहमियत कम करना है। असल में जदयू मोदी की टीम में अपनी पार्टी से दो मंत्री पद चाह रही थी लेकिन मोदी ने उनको सिर्फ एक पद देने की बात की। इस वजह से नीतीश कुमार नाराज हो गए और मंत्रिमंडल में किसी को शामिल न करने का फैसला ले लिया। हालांकि वो शपथ समारोह में आए लेकिन उनकी नाराजगी अभी कायम है। बीजेपी के सबसे बड़े सहयोगी की नाराजगी से पार्टी की मुश्किल बिहार में बढ़ गई है।