क्या है खबर :
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में दुनिया का 'सबसे लंबा एक्सप्रेसवे' बनाया जाएगा. यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज को जोड़ेगा. फिलहाल मेरठ से प्रयागराज पहुंचने के लिए करीब 730 किलोमीटर लंबी सड़क पर सफर करना होता है.मेरठ-प्रयागराज एक्सप्रेसवे बनने से हाईस्पीड में दिल्ली से सीधे प्रयागराज जाना संभव हो जाएगा. आपको बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का काम जारी है और इसके कुछ हिस्से चालू भी हो गए हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में दुनिया का 'सबसे लंबा एक्सप्रेसवे' बनाया जाएगा. यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज को जोड़ेगा. फिलहाल मेरठ से प्रयागराज पहुंचने के लिए करीब 730 किलोमीटर लंबी सड़क पर सफर करना होता है.मेरठ-प्रयागराज एक्सप्रेसवे बनने से हाईस्पीड में दिल्ली से सीधे प्रयागराज जाना संभव हो जाएगा. आपको बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का काम जारी है और इसके कुछ हिस्से चालू भी हो गए हैं.
36 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे :
यूपी की राजधानी लखनऊ से बाहर पहली बार योगी सरकार ने प्रयागराज में कैबिनेट बैठक बुलाई थी. इसी बैठक के बाद एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा की गई. इसे गंगा एक्सप्रेसवे का नाम दिया जाएगा. यह करीब 600 किमी लंबा होगा. सीएम ने ऐलान किया है कि एक्सप्रेसवे छह लेन का होगा. इसे तैयार करने में करीब 36 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. पश्चिम उत्तर प्रदेश के तमाम इलाकों की आसान कनेक्टिविटी प्रयागराज से हो जाएगी.
यूपी की राजधानी लखनऊ से बाहर पहली बार योगी सरकार ने प्रयागराज में कैबिनेट बैठक बुलाई थी. इसी बैठक के बाद एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा की गई. इसे गंगा एक्सप्रेसवे का नाम दिया जाएगा. यह करीब 600 किमी लंबा होगा. सीएम ने ऐलान किया है कि एक्सप्रेसवे छह लेन का होगा. इसे तैयार करने में करीब 36 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. पश्चिम उत्तर प्रदेश के तमाम इलाकों की आसान कनेक्टिविटी प्रयागराज से हो जाएगी.