नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तों आज आपके लिए हम एक बड़ी खुशखबरी लेकर आए हैं और वह खुशखबरी यह है कि अगले वर्ष से उत्तर भारत में भी एयर कंडीशनर लोकल ट्रेन चलेगी और यह सफर दिल्ली से उत्तर प्रदेश तक का होगा तो आइए पूरी जानकारी लेते हैं इस खबर के बारे में.
क्या है मामला :
जीहां दोस्तो आपने सही सुना उत्तर भारत में पहली एसी लोकल ट्रेन अगले साल से पटरियों पर उतरेगी. रेलवे की योजना दिल्ली से कम दूरी की यात्रा करने वाले मुसाफिरों के लिए अत्याधुनिक ट्रेन चलाने की है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.एमईएमयू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन में स्टेनलेस स्टील के आठ डिब्बे होंगे, यह दिल्ली से 200-300 किलोमीटर दूर स्थित उत्तर प्रदेश के शहरों तक चलेंगी. हाईटेक एमईएमयू एसी ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, इनके पिछले संस्करण की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे थी, वहीं नई ट्रेन में 2,618 यात्रियों की क्षमता है जबकि मौजूदा ट्रेन में 2,402 मुसाफिर ही आ सकते हैं.
जीहां दोस्तो आपने सही सुना उत्तर भारत में पहली एसी लोकल ट्रेन अगले साल से पटरियों पर उतरेगी. रेलवे की योजना दिल्ली से कम दूरी की यात्रा करने वाले मुसाफिरों के लिए अत्याधुनिक ट्रेन चलाने की है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.एमईएमयू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन में स्टेनलेस स्टील के आठ डिब्बे होंगे, यह दिल्ली से 200-300 किलोमीटर दूर स्थित उत्तर प्रदेश के शहरों तक चलेंगी. हाईटेक एमईएमयू एसी ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, इनके पिछले संस्करण की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे थी, वहीं नई ट्रेन में 2,618 यात्रियों की क्षमता है जबकि मौजूदा ट्रेन में 2,402 मुसाफिर ही आ सकते हैं.
8 डब्बे होंगे ट्रेन में :
इन्टीग्रल कोच फैक्टरी (आईसीएफ) के महाप्रबंधक सुधांशु मणि ने कहा कि सभी आठ डिब्बों में दो-दो शौचालय होंगे. जीपीएस से जुड़ी सूचना प्रणाली होगी, स्वाचलित दरवाजे और गद्देदार सीटें होंगी. साथ ही सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी.
इन्टीग्रल कोच फैक्टरी (आईसीएफ) के महाप्रबंधक सुधांशु मणि ने कहा कि सभी आठ डिब्बों में दो-दो शौचालय होंगे. जीपीएस से जुड़ी सूचना प्रणाली होगी, स्वाचलित दरवाजे और गद्देदार सीटें होंगी. साथ ही सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी.
परीक्षण के लिए भेजी जाएगी पहले एक ट्रेन :
चेन्नई की इन्टीग्रल कोच फैक्ट्री से ऐसी पहली वातानुकूलित लोकल ट्रेन को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा. मणि ने कहा कि हमने रेलवे बोर्ड से इस ट्रेन को उत्तर रेलवे को आवंटित करने का अनुरोध किया है, यह ट्रेन दिल्ली में होगी और वहां से अन्य शहरों के लिए चलेगी. लोकल ट्रेनों का परीक्षण दो महीने से भी कम वक्त में पूरा होने की उम्मीद है. इसके बाद फरवरी के शुरू से यह चलना प्रारंभ करेंगी.
चेन्नई की इन्टीग्रल कोच फैक्ट्री से ऐसी पहली वातानुकूलित लोकल ट्रेन को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा. मणि ने कहा कि हमने रेलवे बोर्ड से इस ट्रेन को उत्तर रेलवे को आवंटित करने का अनुरोध किया है, यह ट्रेन दिल्ली में होगी और वहां से अन्य शहरों के लिए चलेगी. लोकल ट्रेनों का परीक्षण दो महीने से भी कम वक्त में पूरा होने की उम्मीद है. इसके बाद फरवरी के शुरू से यह चलना प्रारंभ करेंगी.