नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं भारतीय जनता पार्टी के बारे में जिसको की बीते चुनाव में करारी शिकस्त मिली है और उसी को लेकर के आज हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक बैठक बुलाई और एक बड़ा फैसला लेते हुए आगे की रणनीति तैयार की तो आज हमारे चर्चा का विषय यही रहेगा कि मोदी जी ने आखिर आज कौन सा बड़ा फैसला लिया.
क्या है मामला :
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार के बाद बीजेपी मंथन में जुटी है. क्योंकि सामने 2019 में लोकसभा चुनाव है और पार्टी में नई जान फूंकनी है. दरअसल, मोदी सरकार अब उन वर्गों को साधने में जुटी है जो किसी वजह से नाराज है या फिर परेशान. अगले कुछ दिनों में मोदी सरकार कुछ बड़े फैसले ले सकती है, जिससे 2019 की राह थोड़ी आसान हो. इसी कड़ी में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला कदम बढ़ा दिया.
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार के बाद बीजेपी मंथन में जुटी है. क्योंकि सामने 2019 में लोकसभा चुनाव है और पार्टी में नई जान फूंकनी है. दरअसल, मोदी सरकार अब उन वर्गों को साधने में जुटी है जो किसी वजह से नाराज है या फिर परेशान. अगले कुछ दिनों में मोदी सरकार कुछ बड़े फैसले ले सकती है, जिससे 2019 की राह थोड़ी आसान हो. इसी कड़ी में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला कदम बढ़ा दिया.
क्या कहा मोदी जी ने बैठक में :
पीएम मोदी ने एक बैठक में अधिकारियों से कहा कि वे देश की कारोबार सुगमता रैंकिंग में और सुधार लाने के लिए प्रक्रियाओं को तर्कसंगत बनाएं, और सुविधाओं का लाभ एक छोर से दूसरे में मौजूद हर आम आदमी तक पहुंचाने पर ध्यान दें. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में यह जानकारी दी. पीएम मोदी ने कहा कि इससे न केवल कारोबार सुगमता रैंकिंग सुधरेगी बल्कि इससे छोटे कारोबारियों और आम आदमी का जीवन भी सुगम हो सकेगा. उन्होंने कहा कि यह उभरती और गतिशील भारतीय अर्थव्यवस्था की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कारोबार सुगमता पर प्रगति की समीक्षा के लिए बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक में यह बात कही.
पीएम मोदी ने एक बैठक में अधिकारियों से कहा कि वे देश की कारोबार सुगमता रैंकिंग में और सुधार लाने के लिए प्रक्रियाओं को तर्कसंगत बनाएं, और सुविधाओं का लाभ एक छोर से दूसरे में मौजूद हर आम आदमी तक पहुंचाने पर ध्यान दें. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में यह जानकारी दी. पीएम मोदी ने कहा कि इससे न केवल कारोबार सुगमता रैंकिंग सुधरेगी बल्कि इससे छोटे कारोबारियों और आम आदमी का जीवन भी सुगम हो सकेगा. उन्होंने कहा कि यह उभरती और गतिशील भारतीय अर्थव्यवस्था की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कारोबार सुगमता पर प्रगति की समीक्षा के लिए बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक में यह बात कही.
कौन कौन शामिल हुआ बैठक में :
इस बैठक में आर्थिक मामलों से जुड़े वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल तथा केंद्र, दिल्ली और महाराष्ट्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. इस बैठक में मोदी को कारोबार सुगमता से संबंधित विभिन्न मानकों पर हुई प्रगति के बारे में बताया गया. बैठक में निर्माण परमिट, अनुबंधों के प्रवर्तन, संपत्ति के पंजीकरण, कारोबार शुरू करने, बिजली कनेक्शन लेने, कर्ज हासिल करने और दिवाला प्रक्रिया निपटान जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई.गौरतलब है कि पिछले चार साल में भारत कारोबार सुगमता रैंकिंग मे 142वें से उछलकर 77वें स्थान पर आ गया है, बैठक में इस का भी जिक्र हुआ. अधिकारियों ने इस दौरान कारोबारी सुधारों के क्रियान्वयन में आ रही खामियों और अड़चनों को दूर करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया.
इस बैठक में आर्थिक मामलों से जुड़े वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल तथा केंद्र, दिल्ली और महाराष्ट्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. इस बैठक में मोदी को कारोबार सुगमता से संबंधित विभिन्न मानकों पर हुई प्रगति के बारे में बताया गया. बैठक में निर्माण परमिट, अनुबंधों के प्रवर्तन, संपत्ति के पंजीकरण, कारोबार शुरू करने, बिजली कनेक्शन लेने, कर्ज हासिल करने और दिवाला प्रक्रिया निपटान जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई.गौरतलब है कि पिछले चार साल में भारत कारोबार सुगमता रैंकिंग मे 142वें से उछलकर 77वें स्थान पर आ गया है, बैठक में इस का भी जिक्र हुआ. अधिकारियों ने इस दौरान कारोबारी सुधारों के क्रियान्वयन में आ रही खामियों और अड़चनों को दूर करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया.