नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आईडिया में तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में जिसका कल से मुंबई में बैठक शुरू होने वाला है और यह बैठक तकरीबन 3 दिन तक चलेगा और यह बैठक इसलिए भी खास है क्योंकि सबकी नजर संघ पर होगी कि क्या संघ राम मंदिर पर इस बैठक में चर्चा करता है या नहीं.
क्या है मामला:
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी की 3 दिनों की बैठक कल यानी 31 अक्टूबर से मुंबई में शुरू होने जा रही है, इस बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े 54 संगठन शामिल होंगे और इस बैठक में देश भर से संघ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे. आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 3 दिनों तक चलने वाली इस बैठक में भविष्य का भारत, राजनीतिक मुद्दा, देश की सुरक्षा, सीमा क्षेत्र का विकास, नई शिक्षा नीति, स्वदेशी वस्तुओं के निर्माण तथा सबसे अहम अयोध्या श्री राम जन्मभूमि राम मंदिर मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी की 3 दिनों की बैठक कल यानी 31 अक्टूबर से मुंबई में शुरू होने जा रही है, इस बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े 54 संगठन शामिल होंगे और इस बैठक में देश भर से संघ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे. आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 3 दिनों तक चलने वाली इस बैठक में भविष्य का भारत, राजनीतिक मुद्दा, देश की सुरक्षा, सीमा क्षेत्र का विकास, नई शिक्षा नीति, स्वदेशी वस्तुओं के निर्माण तथा सबसे अहम अयोध्या श्री राम जन्मभूमि राम मंदिर मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी.
कौन-कौन हो रहा है शामिल:
हर साल एक बार होने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी बैठक को दिवाली बैठक के नाम से भी लोग जानते हैं, हर साल यह बैठक विजयादशमी के बाद तथा दीपावली के पहले होती है जिसको सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, सरकार्यवाह सुरेश जोशी उपाख्य भैया जी सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी, डॉ कृष्ण गोपाल, दत्तारये होसबोले, वी. भग्याय और डॉक्टर मनमोहन वैद्य प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगे. इस कार्यक्रम में देश भर से करीब 300 प्रमुख पदाधिकारी भी हिस्सा लेंगे, इस कार्यक्रम के दौरान सबरीमाला मंदिर प्रकरण, राम मंदिर का निर्माण, बांग्लादेशी घुसपैठ और अर्बन नक्सलवाद जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
हर साल एक बार होने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी बैठक को दिवाली बैठक के नाम से भी लोग जानते हैं, हर साल यह बैठक विजयादशमी के बाद तथा दीपावली के पहले होती है जिसको सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, सरकार्यवाह सुरेश जोशी उपाख्य भैया जी सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी, डॉ कृष्ण गोपाल, दत्तारये होसबोले, वी. भग्याय और डॉक्टर मनमोहन वैद्य प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगे. इस कार्यक्रम में देश भर से करीब 300 प्रमुख पदाधिकारी भी हिस्सा लेंगे, इस कार्यक्रम के दौरान सबरीमाला मंदिर प्रकरण, राम मंदिर का निर्माण, बांग्लादेशी घुसपैठ और अर्बन नक्सलवाद जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
राम मंदिर हो सकता है हमला:
आपको बता दें कि नागपुर में आयोजित विजयादशमी उत्सव पर सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने अपने भाषण के दौरान सबरीमाला मंदिर, राम मंदिर तथा अर्बन नक्सलवाद समेत कई बिंदुओं पर प्रमुख रूप से चर्चा की थी इसलिए यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस कार्यकारी मंडल की बैठक में भी इन अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है और इससे जुड़े प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे. हम आपको बताना चाहेंगे कि बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने श्री राम जन्म भूमि राम मंदिर पर अपना फैसला मात्र 3 मिनट में सुनाते हुए सुनवाई को 3 महीने के लिए टाल दिया जिसके बाद पूरे देश में संतों तथा हिंदू विचारधारा वाले लोगों में आक्रोश है सो यह उम्मीद जताई जा रही है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भाजपा को श्री राम जन्मभूमि राम मंदिर के लिए कानून लाने के लिए सकता है.
आपको बता दें कि नागपुर में आयोजित विजयादशमी उत्सव पर सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने अपने भाषण के दौरान सबरीमाला मंदिर, राम मंदिर तथा अर्बन नक्सलवाद समेत कई बिंदुओं पर प्रमुख रूप से चर्चा की थी इसलिए यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस कार्यकारी मंडल की बैठक में भी इन अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है और इससे जुड़े प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे. हम आपको बताना चाहेंगे कि बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने श्री राम जन्म भूमि राम मंदिर पर अपना फैसला मात्र 3 मिनट में सुनाते हुए सुनवाई को 3 महीने के लिए टाल दिया जिसके बाद पूरे देश में संतों तथा हिंदू विचारधारा वाले लोगों में आक्रोश है सो यह उम्मीद जताई जा रही है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भाजपा को श्री राम जन्मभूमि राम मंदिर के लिए कानून लाने के लिए सकता है.
संपादक : विशाल कुमार सिंह