नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं देवेंद्र फडणवीस के बारे में जो कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री है, देवेंद्र फडणवीस ने राम मंदिर को लेकर बयान दिया है कि, मंदिर तो 1992 में ही बन गया था अब इसे सिर्फ भव्य बनाना है.
क्या है मामला:
जी हां दोस्तों आपने सही सुना बीजेपी के सीनियर नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह बयान दिया है कि राम मंदिर तो 1992 में ही बन गया था अब इसका सिर्फ भव्य निर्माण बाकी है और ये भी जल्दी पूरा कर दिया जाएगा.
जी हां दोस्तों आपने सही सुना बीजेपी के सीनियर नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह बयान दिया है कि राम मंदिर तो 1992 में ही बन गया था अब इसका सिर्फ भव्य निर्माण बाकी है और ये भी जल्दी पूरा कर दिया जाएगा.
फडणवीस ने क्या कहा शिवसेना पर:
देवेंद्र फडणवीस से ये सवाल पूछे जाने पर कि, उधव ठाकरे ने कहा है कि भाजपा से अब मंदिर निर्माण नहीं होगा तो अब शिवसेना मंदिर निर्माण करेगी, तो जवाब देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पहले सिर्फ भाजपा राम मंदिर निर्माण की बात करती थी और अब अगर शिवसेना भी राम मंदिर निर्माण की बात कर रही है तो यह अच्छी बात है इसमें बुराई क्या है.
देवेंद्र फडणवीस से ये सवाल पूछे जाने पर कि, उधव ठाकरे ने कहा है कि भाजपा से अब मंदिर निर्माण नहीं होगा तो अब शिवसेना मंदिर निर्माण करेगी, तो जवाब देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पहले सिर्फ भाजपा राम मंदिर निर्माण की बात करती थी और अब अगर शिवसेना भी राम मंदिर निर्माण की बात कर रही है तो यह अच्छी बात है इसमें बुराई क्या है.
क्या भाजपा का बाबरी मस्जिद विध्वंस में हाथ था:
देवेंद्र फडणवीस से यह सवाल पूछे जाने पर कि भाजपा ने 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद के विध्वंस में अपना हाथ कभी नहीं माना तो क्या अब भाजपा यह मानती है कि 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस में भाजपा का हाथ था तो देवेंद्र फडणवीस ने इसका जवाब देते हुए कहा कि 1992 का आंदोलन जनता का आंदोलन था जिसमें करोड़ों कार सेवकों ने अपना योगदान पुनः राम मंदिर निर्माण हेतु दिया था.
देवेंद्र फडणवीस से यह सवाल पूछे जाने पर कि भाजपा ने 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद के विध्वंस में अपना हाथ कभी नहीं माना तो क्या अब भाजपा यह मानती है कि 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस में भाजपा का हाथ था तो देवेंद्र फडणवीस ने इसका जवाब देते हुए कहा कि 1992 का आंदोलन जनता का आंदोलन था जिसमें करोड़ों कार सेवकों ने अपना योगदान पुनः राम मंदिर निर्माण हेतु दिया था.
संपादक : विशाल कुमार सिंह