आये दिन लोग मोदी जी को कोसते रहते है की, मोदी जी ने आखिर अपने 4 वर्षो के कार्यकाल में क्या किया, तो इसका जवाब इस बार वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन दे रही है। आपको हम बतादे की वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने कहा है की पिछले बाईट 4 वर्षो में भारत का स्वछता के मामले में काम संतोष जनक रहा है और ये स्वछता अगर ऐसे ही चलती रही तो भारत 2019 के अंत तक एक पूर्ण स्वच्छ देश बन जायेगा। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने ये भी कहा की, पिछले बाईट 4 वर्षो में भरे में स्वछता अभियान के कारण उलटी-दस्त जैसे संक्रमक रोगो के कारण होने वाली मौतों में काफी कमी आयी है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने कहा की अगर भारत स्वछता के मामले में इसी प्रकार से प्रगति करता रहा तो उलटी-दस्त, प्रोटीन ऊर्जा कुपोषण से हर साल 3 लाख होने वाली मौतों पर भारत आसानी से विजय पा सकता है।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन की इस रिपोर्ट से ये साफ़ हो गया है की भारत में खुले में सोच करने वालो की गिरावट आयी है और गंदगी के कारण समयपूर्व होने वाली मौतों भी घाटी है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने ये भी कहा है की स्वछता अभियान के कारण सिर्फ भारत में ही गन्दगी से होने वाली मौतों में कमी नहीं आयी है बल्कि इसका असर दछिन-पूर्व एशिया के देशो पर भी परा है, जहाँ डाईरिया, उलटी-दस्त, कुपोषण से होने वाली मौतों की संख्या घटी है।आपको हम बतादे की वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन भारत के साथ मिल कर बरे पैमाने पर स्वछता के लिए काम कर रहा है जिसमे स्वच्छ जल, स्वछता तथा स्वास्थय प्रमुख है।
सपादक : विशाल कुमार सिंह