कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश इकाई का भले ही पुर्नगठन कर दिया हो लेकिन इसका कुछ खास फायदा होता नहीं दिख रहा है। राहुल गांधी चाहते है की सभी छेत्रिये छत्रप एक साथ एकजुट होकर आने वाले चुनाव में लड़े लेकिन यह कोशिश कारीगर होती नहीं दिख रही है, मध्यप्रदेश में कांग्रेस की अंधरुनि मार या कह सकते है गुटबाजी ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही है।
मध्यप्रदेश चुनाव में कोंग्रेस की तरफ से इस बार 3 बरे नाम है जो शायद मुख्यमंत्री बन सकते है। वो तीन नाम है दिग्विजय सिंह जो की कांग्रेस के एक वरिष्ठ और पुराने कार्यकर्ता है, कमलनाथ सिंह जो की मध्यप्रदेश के कांग्रेस प्रमुख है और जो तीसरा नाम है वो ज्योतिरादित्य सिंधिया जोकि कांग्रेस के प्रचार समिति के प्रमुख है।
अब दरसअल बात ये है की ट्वीटर पर मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ के समर्थक और चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख सिंधिया के समर्थक आपस में भीड़ गए। आपको हम बताना चाहेंगे की सिंधिया के समर्थको ने महीने के शुरुआती दिनों में ट्विटर पर ट्रेंड मचाया था की मध्यप्रदेश के मुख्यमत्री के लिए मात्र सिंधिया ही उपयुक्त है जिसके बाद कमलनाथ के समर्थको ने ट्रेंड काराया की, कमलनाथ नेक्स्ट एमपी सीएम। अब बेचारे दिग्विजय सिंह इन दोनों के बिच में फंस के रह गए है।
सम्पादक : विशाल कुमार सिंह
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