26 जुलाई, आज कारगिल विजय दिवस है और आज ही के दिन हमने पाकिस्तान पर विजय हाशिल की थी। पकिस्तान द्वारा भारत पर किया गये इस हमले को नाकाम करने के लिए भारत ने ऑपरेशन विजय के नाम से 2 लाख सैनिक तैनात किये था जिसमे 527 सैनिक कभी लौटकर नहीं आये।कारगिल की लड़ाई पूर्व सेनाध्यछ वीपी मालिक के नेतृत्व में लड़ी गयी थी और उस वक़्त भारत के प्रधानमंत्री थे अटल बिहारी वाजपेयी थे।
कारगिल की लड़ाई में सैनिको के बहादुरी के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे, लेकिन कम ही लोग जानते है की इस युद्ध में अटल बिहारी वाजपेयी से भी एक किस्सा ज़ुरा हुआ है जिसमे उन्होंने सेना के मनोबल को बढ़ाया था।
दरसअल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ा एक किस्सा बयान करते हुए जनरल वीपी मालिक बताते है की," 13 जून को प्रधानमंत्री के साथ मै कारगिल गया था और वहां कारगिल के हेलिपैड पर हम खड़े हुए थे। बृजेश मिश्रा भी थे और शायद जॉर्ज फर्नांडिस भी थे, तभी पाकिस्तान ने कारगिल कस्बे के ऊपर बमबारी सुरु करदी। चुकी हम हेलिपैड के ऊपर खड़े थे और मुझे पता था की गोला हेलिपैड तक नहीं आ सकता, लेकिन वहाँ मौजूद सभी सिपाहियों की नजर पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी पर थी जो की मुस्कुरा रहे उनके चेहरे पर सिकन तक नहीं थी।अटल जी ने मुझसे मुस्कुराते हुए पूछा ये क्या है तो मैंने कहा की यहाँ तो ऐसा होता रहता है लड़ाई में।अटल जी के मुस्कुराने का सिर्फ और सिर्फ एक ही कारण था की वहाँ मौजूद सेना का मनोबल ना टूटे।
सम्पादक : विशाल कुमार सिंह
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