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कारगिल की लड़ाई में हो सकती थी नवाज शरीफ की मौत अगर ऐसा होता तो ?



आज कारगिल विजय दिवस है, ये वो दिन है जिसने हमें पूरी दुनिया के सामने गर्वान्वित किया की हमारे देश की सेना वो सेना है जो बारूद से भी टकरा जाये। इस युद्ध में भारत के 527 योद्धा शहीद हुए थे जबकि 1350 से ज्यादा जवान घायल हुए थे लेकिन क्या आपको पता है इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबित, इस कारगिल युद्ध में मुर्सरफ और उस वक़्त के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की भी जान जा सकती थी कैसे आइये जानते है।


इंडियन एक्सप्रेस के खबर के मुताबित 24 जून 1999 को करीब सुबह 8.45 बजे जब लड़ाई अपने चरम पर थी उसी वक़्त भारतीय वायु सेना के एक जगुआर ने नियंत्रण रेखा एलओसी के ऊपर उड़ान भरी और निशाना साधा सीधे पाकिस्तानी सेना के एक अग्रिम ठिकाने पर, आपको हम बतादे की जगुआर लेज़र गाइडेड सिस्टम से टारगेट पर निशाना साधने को चिन्हित करता है। 

पहले जगुआर से हमले के बाद उसके पीछे आ रहे दूसरे जगुआर को बमबारी करनी थी लेकिन दूसरे जगुवार का निशाना चूक गया और उसने लेजर बास्केट से बाहर बम गिराया जिसके कारण वो पाकिस्तानी ठिकाना बच गया। अगर दूसरे जगुआर का निशाना सही लगा होता तो शायद उस वक़्त के प्रधानमन्त्री नवाज शरीफ और परवेज मुशर्रफ़ मरे गए होते।

सम्पादक : विशाल कुमार सिंह
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