जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है. ये सभी सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे।       



जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने रविवार (१०जून) को तीन आतंकवादियों को मार गिराया है। ये सभी कुपवाड़ा के केरन सेक्टर के समीप भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। फिलहाल सुरक्षाबल इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं।
  इससे पहले बीते ६ जून को भी सेना ने जम्मू कश्मीर के माछिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर तीन आतंकवादियों को मार गिराने के साथ ही घुसपैठ की कोशिश नाकाम की थी.।सैनिकों ने कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर संदिग्ध गतिविधि देखने के बाद घुसपैठियों को ललकारा और जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकवादी मारे गए।


                    2018 में संघर्षविराम उल्लंघन की 1000 से अधिक घटनाएं:

विदेश मंत्रालय ने बीते ७ जून को बताया था कि पाकिस्तान की ओर से इस वर्ष संघर्षविराम उल्लंघन की १००० से अधिक घटनाएं हुई हैं और भारत उम्मीद करता है कि पाकिस्तान २००३ के संघर्षविराम समझौते का पालन करेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघनों का इस्तेमाल आतंकवादियों की घुसपैठ में सहायता प्रदान करने के लिए किया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि सीमा पर जब भी बिना उकसावे का कोई हमला होता है तो पाकिस्तानी पक्ष के साथ मामले को मजबूती से उठाया जाता है, क्योंकि इसमें जानमाल का नुकसान जुड़ा होता है. उन्होंने एक सवाल के उत्तर में कहा, ‘‘अकेले २०१८ में पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की १००० से अधिक घटनाएं हुई हैं।

 हमारा यह कहना है कि पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन का इस्तेमाल आतंकवादियों की हमारे क्षेत्र में घुसपैठ को कवर देने के लिए किया जाता है तथा हमने पूर्व में ऐसी घुसपैठों के परिणाम देखे हैं।  हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान को इसका अहसास होगा कि वह क्या कर रहा है और वह २००३ के संघर्षविराम समझौते का पालन करेगा.’

संपादक: आशुतोष उपाध्याय