आए दिन यह अटकले चल रही है,कि केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा जी एनडीए का साथ छोड़ने जा रहे हैं लेकिन इन सारी अटकलों को खारिज करते हुए उपेंद्र कुशवाहा जी ने कहा की एनडीए से हमारी पार्टी अलग नहीं होगी।
रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एनडीए एकजुट है।कोई नाराजगी नहीं है, रालोसपा एनडीए एक साथ है।हम गठबंधन से अलग नहीं होंगे,एनडीए के भोज में व्यक्तिगत कारणों से शामिल नहीं हो सका।उन्होंने सवाल किया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भोज में नहीं आए तो क्या वह नाराज है? शुक्रवार को दिल्ली से पटना पहुंचने पर एयरपोर्ट पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि भोज में उनकी पार्टी के नेता शामिल थे। इसका कोई दूसरा मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि ने कहा था कि २०२० में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के लिए उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग की है।
इस सवाल पर कुशवाहा ने कहा कि इस सवाल का जवाब तो नागमणि जी ही दे सकते।
नागमणि ने गुरुवार को कहा था कि हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नहीं है, लेकिन वर्तमान परिस्थिति में एनडीए नीतीश के चेहरे पर चुनाव नहीं जीत सकता है। इन सवालों के जवाब देने के बाद एयरपोर्ट से उपेंद्र कुशवाहा रोहतास के लिए निकल गए।
इधर भ्रम में जी रहे तेजस्वी बोले नीतीश से बड़े नेता हैं उपेंद्र महागठबंधन में आना चाहें तो होगा विचार।
प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार से बड़े नेता है। कुशवाहा महागठबंधन में आना चाहें तो उस पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। वह हम लोगों से बात करें उसके बाद ही कुछ हो सकता है। वैसे तो कुशवाहा के लिए एनडीए में अब कोई जगह नहीं दिख रही।
उनकी राजनीति भी भाजपा की विचारधारा के खिलाफ है। चाचा नीतीश को छोड़ कोई भी महागठबंधन में आ सकता है। नीतीश कुमार एनडीए में रहेंगे तो अगले चुनाव में हमें फायदा होगा। महागठबंधन में कोई बड़ा- भाई- छोटा भाई नहीं है। सब भाई -भाई हैं। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर लौटे तेजस्वी ने कहा कि भाजपा को तो जदयू को लोकसभा चुनाव में एक सीट भी नहीं देनी चाहिए। इस बार नालंदा में भी जदयू हारेगा। ऐसा करना है प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव जी का, बाकी सब कुछ २०१९ में दिखेगा।
संपादक: आशुतोष उपाध्याय
रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एनडीए एकजुट है।कोई नाराजगी नहीं है, रालोसपा एनडीए एक साथ है।हम गठबंधन से अलग नहीं होंगे,एनडीए के भोज में व्यक्तिगत कारणों से शामिल नहीं हो सका।उन्होंने सवाल किया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भोज में नहीं आए तो क्या वह नाराज है? शुक्रवार को दिल्ली से पटना पहुंचने पर एयरपोर्ट पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि भोज में उनकी पार्टी के नेता शामिल थे। इसका कोई दूसरा मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि ने कहा था कि २०२० में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के लिए उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग की है।
इस सवाल पर कुशवाहा ने कहा कि इस सवाल का जवाब तो नागमणि जी ही दे सकते।
नागमणि ने गुरुवार को कहा था कि हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नहीं है, लेकिन वर्तमान परिस्थिति में एनडीए नीतीश के चेहरे पर चुनाव नहीं जीत सकता है। इन सवालों के जवाब देने के बाद एयरपोर्ट से उपेंद्र कुशवाहा रोहतास के लिए निकल गए।
इधर भ्रम में जी रहे तेजस्वी बोले नीतीश से बड़े नेता हैं उपेंद्र महागठबंधन में आना चाहें तो होगा विचार।
प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार से बड़े नेता है। कुशवाहा महागठबंधन में आना चाहें तो उस पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। वह हम लोगों से बात करें उसके बाद ही कुछ हो सकता है। वैसे तो कुशवाहा के लिए एनडीए में अब कोई जगह नहीं दिख रही।
उनकी राजनीति भी भाजपा की विचारधारा के खिलाफ है। चाचा नीतीश को छोड़ कोई भी महागठबंधन में आ सकता है। नीतीश कुमार एनडीए में रहेंगे तो अगले चुनाव में हमें फायदा होगा। महागठबंधन में कोई बड़ा- भाई- छोटा भाई नहीं है। सब भाई -भाई हैं। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर लौटे तेजस्वी ने कहा कि भाजपा को तो जदयू को लोकसभा चुनाव में एक सीट भी नहीं देनी चाहिए। इस बार नालंदा में भी जदयू हारेगा। ऐसा करना है प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव जी का, बाकी सब कुछ २०१९ में दिखेगा।
संपादक: आशुतोष उपाध्याय