हम राजनीती एवं इतिहास का एक अभूतपूर्व मिश्रण हैं.हम अपने धर्म की ऐतिहासिक तर्क-वितर्क की परंपरा को परिपुष्ट रखना चाहते हैं.हम विविध क्षेत्रों,व्यवसायों,सोंच और विचारों से हो सकते हैं,किन्तु अपनी संस्कृति की रक्षा,प्रवर्तन एवं कृतार्थ हेतु हमारा लगन और उत्साह हमें एकजुट बनाये रखता है.हम एक ऐसे प्रपंच में कदम रख रहें हैं जहां हमारे धर्म,शास्त्रों नियमों को कुरूपता और विकृति के साथ निवेदित किया जा रहा है.हम अपने धार्मिक ऐतिहासिक यथार्थता को समाज के सामने स्पष्ट करना चाहते है,जहाँ पुराने नियम प्रसंगगिक नहीं रहे.हम आपके विचारों के प्रतिबिंब हैं,हम आपकी अभिव्यक्ति के स्वर हैं और हम आपको निमंत्रित करते हैं,आपका अपना मंच 'BHARATIDEA' पर,सारे संसार तक अपना निनाद पहुंचायें!

भारत को राहत,ओपेक तेल उत्पादन बढ़ाएगा / India will boost oil production, OPEC oil production

सऊदी अरब की अगुवाई वाले तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने शुक्रवार को कच्चे तेल का उत्पादन एक लाख बैरल प्रति दिन तक बढ़ाने का ऐलान किया। इससे कच्चे तेल के दामों में अगले कुछ दिनों में गिरावट आने के आसार हैं, इसमें भारत -चीन जैसे देशों को राहत मिलेगी।

वियना में शुक्रवार को हुई औपचारिक बैठक में सऊदी अरब अपने धुर विरोधी ईरान को तेल उत्पादन बढ़ाने के लिए राजी करने में सफल रहा सऊदी के ऊर्जा मंत्री खालिद फालिह ने कहा कि बड़े उपभोक्ता देशों की चिंता को ध्यान में रखकर और आपूर्ति में कमी ना होने देने के लिए यह निर्णय लिया गया।

१४ रिशव वाले ऊपर के सदस्य इराक का गाना है कि असल में उत्पादन में बढ़ोतरी ७.७ लाख बैरल तक ही रहेगी, क्योंकि कुछ देर स्फूर्ति बढ़ाने में सक्षम नहीं है लिहाजा बैठक में हर देश के लिए उत्पादन वृद्धि का कोटा तय करने के बजाय आपूर्ति के लक्ष्य को पाने पर रजामंदी बनी।


उल्लेखनीय है कि अमेरिका ,चीन और भारत में तेल उत्पादन में कटौती से अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान को देखते हुए ओपेक से आपूर्ति बढ़ाने को कहा था।

इसमें क्या हो सकता है भारत को फ़ायदा: ओपेक देशों के बीच इस सहमति से भारत ,चीन जैसे एशियाई देशों ने राहत की सांस ली है। जिनकी अर्थव्यवस्था तेल के ऊंचे दामों की वजह से प्रभावित हो रही थी।
(अब शायद भारत मे भी तेलों के दाम पर कमी आए)

संपादक: आशुतोष उपाध्याय

About