सीएम योगी आदित्यनाथ ने संपर्क फॉर समर्थन के तहत पंचकोशी यात्रा पूरी की. इस दौरान लोगों की भीड़ ने उनके काफिले का जगह-जगह स्वागत किया।
काशी की पंचकोशी यात्रा का यूं तो धार्मिक महत्व है, तभी तो सदियों से काशी में इस यात्रा के माध्यम से लोग न सिर्फ पापों से मुक्ति पाते रहें हैं, बल्कि इस यात्रा के माध्यम से मोक्ष भी पाते रहे हैं।
महाभारत काल में पांचों पांडव ने भी इस यात्रा के माध्यम से अपने पापों का प्रायश्चित किया था, लेकिन आजकल वाराणासी में इस यात्रा का धार्मिक महत्व से ज्यादा राजनीतिक महत्व होने लगा है। अभी कुछ दिन पहले वाराणासी में कांग्रेस ने पांच दिनों में इस यात्रा को विधिवत पूरा किया था। इसमें पूर्व कांग्रेस विधायक अजय राय ने संकल्प लिया था और पांच दिनों में पांच पड़ाव पूरा करके पंचकोशी यात्रा पूरी की थी।
कांग्रेस इस यात्रा का सियासी फायदा न उठा ले, इसलिए सीएम योगी ने भी पंचकोशी यात्रा की। पंचकोशी यात्रा की शुरुआत महाश्मसान मणिकर्णिका घाट से संकल्प लेकर की जाती है। इस यात्रा के दौरान लगभग २५ कोश की दूरी पांच दिनों में पांच पड़ाव पर रुकते हुए पूरी करके फिर से मणिकर्णिका घाट पर संकल्प लेकर पूरा किया जाता है।
सीएम योगी ने भी उसी धार्मिक परंपरा का पालन करते हुए मणिकर्णिका घाट से यात्रा की शुरुआत की और नाव से अस्सी घाट पर पहुंचे।
अस्सी घाट से पूरे दल बल के साथ वे पहले पड़ाव कंदवा पहुंच कर पूजा पाठ की। उन्होंने कुछ दूरी पैदल भी तय की
कंदवा से उनका काफिला दूसरे पड़ाव भीम चंडी के लिए निकला तो लोंगो ने हरहर महादेव के उद्घोष के साथ उनका स्वागत किया। भीम चंडी में पूजा अर्चना के बाद जब योगी जी का काफिला रामेश्वर पहुंचा तो लोंगो की भीड़ ने उनका स्वागत किया। पांच पुरोहितों ने मंत्रोच्चार करके यह यात्रा पूरा होने का आशीर्वाद दिया।
जय श्रीराम के नारे लगाकर काफिले का स्वागत किया गया
तीसरे पड़ाव पार करने के बाद सीएम योगी का लंबा चौड़ा काफिला जब शिवपुर की तरफ मुड़ा तो लोंगो की भारी भीड़ ने जय श्री राम के नारे लगाकर उनका स्वागत किया। यात्रा का मकसद दूसरे पड़ाव से ही पूरा होते दिखने लगा था, क्योंकि रात के १२ बजे भी सड़को पर लोगों की भीड़ थी।
तीसरे पड़ाव पार करने के बाद सीएम योगी का लंबा चौड़ा काफिला जब शिवपुर की तरफ मुड़ा तो लोंगो की भारी भीड़ ने जय श्री राम के नारे लगाकर उनका स्वागत किया। यात्रा का मकसद दूसरे पड़ाव से ही पूरा होते दिखने लगा था, क्योंकि रात के १२ बजे भी सड़को पर लोगों की भीड़ थी।
लोगों की भारी भीड़ ही इस यात्रा का असली मकसद था। पांचवें पड़ाव कपिल धारा पर जब सीएम योगी पहुंचे तो चेहरे पर थकावट साफ दिखाई दे रही थी, लेकिन लोगों की भीड़ से उनके चेहरे पर सुकून भी दिख रहा था।
संपादक:आशुतोष उपाध्याय