जानिए कौन लड़वा रहा है हिन्दुओ को कर्नाटक में वोट -बैंक के लिए।
यकींन मानिये आपको सुन के ये विश्वाश नहीं होगा लेकिन ये सच है की कर्णाटक में हिन्दू - हिन्दू का ही रक्त बहाने के लिए उतारू है। यकींन मानिये इतिहास में इतनी गलतिया करने के बाद भी हमने कोई सबक नहीं लिया और अभी भी एक हिन्दू दूसरे हिन्दू का खून को बहाना चाहता है। जहाँ एक और दूसरे धर्म के लोग एक मत से एकता के साथ आगे बढ़ रहे है तो वही कर्णाटक में एक हिन्दू दूसरे हिन्दू का रक्त बहाने के लिए उतारू हो रहा है।
अब आपके मन में ये सवाल चल रहा होगा की आखिर ये करवा कौन रहा है ?.... तो हम आपको बता दे की कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है और एक सोची समझी राजनीती के तहत अपना वोट बैंक बनाने के लिए कांग्रेस हिन्दुओ को आपस में लड़वा रही है।
दरअसल मामला ये है की कर्नाटक में दो समुदाय है ,पहली लिंगायत और दूसरी वीरशैव अनुवाई और हिंसा इन्ही दोनों समुदायो में चल रही है। अब आपके मन में सवाल होगा की आखिर ये दोनों समुदाय आपस
में लड़ क्यों रहे है ?... तो बात ये है कांग्रेस सरकार ने लिंगायत समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया है लेकिन हिंसा का कारण कुछ और है , चुकी बताया जाता है की वीरशैव अनुवाई - लिंगायत समुदाय का ही हीशा है लेकिन लिंगायत समुदाय इनको अपना हीशा नहीं मानता है और इसी कारन से दोनों में झड़प हो गयी।
कोंग्रस को ये बात पता थी की अगर ये ऐसाः करेंगे तो दोनों शामुदायो के बिच झरप हो सकती है लेकिन फिर भी एक गन्दी राजनीती के तहत इस काम को अंजाम दिया गया सिर्फ वोट बैंक के लिए। आपको हम बताना चाहेंगे की ये दोनों समुदायकाफी आक्रामक हो गए थे और आमने सामने पर ये बात आ गयी और दोनों समुदाय के बिच झड़प हो गयी। ऐसी स्थिति को द्देख पुलिस को बिच में आना पड़ा और मामले को शांत करवाना पारा।
आपको हम बता दे की कैबिनेट के फैसले के बाद आधिकरिक रूप से ये समुदाय हिन्दू धर्म से अलग हो जायेगा , जो शायद सदियों बाद सत्ता की लालच के कारन बदली गयी होगी परंपरा होगी । .... असल में ये हिन्दुओ को आपस में लड़वाने तथा लिंगायत समुदाय को लुभाने के लिए वोट बैंक की गन्दी राजनीती है।
भारत विज़न का इस पर विचार : मुझे लगता है की अब वक़्त आगया है की जो गलतिया हमने मुगलो के वक़्त की वही गलती फिर से न दुहराए और एक जुटाता के साथ देशभक्ति के नारे लगाया और कांग्रेस जैसी धूर्त पार्टी के बहकावे में न आये , क्युकी उनका काम ही रहा है सुरु से बाटने ने की राजनीती करना वो भी सिर्फ हिन्दुओ के साथ।
एकता में ही शक्ति है अगर आपको मेरा समाचार पसन्द आया हो तो भारत विज़न के पेज को लाइक करना न भूले तथा हमें आप यूट्यूब पर भी सब्सक्राइब करके समाचर पा सकते हो जो देश हित में कारीगर हो।
विशाल कुमार सिंह
यकींन मानिये आपको सुन के ये विश्वाश नहीं होगा लेकिन ये सच है की कर्णाटक में हिन्दू - हिन्दू का ही रक्त बहाने के लिए उतारू है। यकींन मानिये इतिहास में इतनी गलतिया करने के बाद भी हमने कोई सबक नहीं लिया और अभी भी एक हिन्दू दूसरे हिन्दू का खून को बहाना चाहता है। जहाँ एक और दूसरे धर्म के लोग एक मत से एकता के साथ आगे बढ़ रहे है तो वही कर्णाटक में एक हिन्दू दूसरे हिन्दू का रक्त बहाने के लिए उतारू हो रहा है।
अब आपके मन में ये सवाल चल रहा होगा की आखिर ये करवा कौन रहा है ?.... तो हम आपको बता दे की कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है और एक सोची समझी राजनीती के तहत अपना वोट बैंक बनाने के लिए कांग्रेस हिन्दुओ को आपस में लड़वा रही है।
दरअसल मामला ये है की कर्नाटक में दो समुदाय है ,पहली लिंगायत और दूसरी वीरशैव अनुवाई और हिंसा इन्ही दोनों समुदायो में चल रही है। अब आपके मन में सवाल होगा की आखिर ये दोनों समुदाय आपस
में लड़ क्यों रहे है ?... तो बात ये है कांग्रेस सरकार ने लिंगायत समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया है लेकिन हिंसा का कारण कुछ और है , चुकी बताया जाता है की वीरशैव अनुवाई - लिंगायत समुदाय का ही हीशा है लेकिन लिंगायत समुदाय इनको अपना हीशा नहीं मानता है और इसी कारन से दोनों में झड़प हो गयी।
कोंग्रस को ये बात पता थी की अगर ये ऐसाः करेंगे तो दोनों शामुदायो के बिच झरप हो सकती है लेकिन फिर भी एक गन्दी राजनीती के तहत इस काम को अंजाम दिया गया सिर्फ वोट बैंक के लिए। आपको हम बताना चाहेंगे की ये दोनों समुदायकाफी आक्रामक हो गए थे और आमने सामने पर ये बात आ गयी और दोनों समुदाय के बिच झड़प हो गयी। ऐसी स्थिति को द्देख पुलिस को बिच में आना पड़ा और मामले को शांत करवाना पारा।
आपको हम बता दे की कैबिनेट के फैसले के बाद आधिकरिक रूप से ये समुदाय हिन्दू धर्म से अलग हो जायेगा , जो शायद सदियों बाद सत्ता की लालच के कारन बदली गयी होगी परंपरा होगी । .... असल में ये हिन्दुओ को आपस में लड़वाने तथा लिंगायत समुदाय को लुभाने के लिए वोट बैंक की गन्दी राजनीती है।
भारत विज़न का इस पर विचार : मुझे लगता है की अब वक़्त आगया है की जो गलतिया हमने मुगलो के वक़्त की वही गलती फिर से न दुहराए और एक जुटाता के साथ देशभक्ति के नारे लगाया और कांग्रेस जैसी धूर्त पार्टी के बहकावे में न आये , क्युकी उनका काम ही रहा है सुरु से बाटने ने की राजनीती करना वो भी सिर्फ हिन्दुओ के साथ।
एकता में ही शक्ति है अगर आपको मेरा समाचार पसन्द आया हो तो भारत विज़न के पेज को लाइक करना न भूले तथा हमें आप यूट्यूब पर भी सब्सक्राइब करके समाचर पा सकते हो जो देश हित में कारीगर हो।
विशाल कुमार सिंह