लोकसभा चुनाव 2019 में सबसे बड़ा उलटफेर करने वाली सांसद स्मृति ईरानी हैं जो भारतीय जनता पार्टी की नेता हैं। वो अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर संसद पहुंचीं। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने उनको दोबारा से मंत्री पद सौंप दिया। सांसद चुने जाने के बाद स्मृति ने अमेठी की जनता से विकास का वादा किया था। वो अपने वादे पर खरी उतरीं। नवभारत टाइम्स वेबसाइट के मुताबिक सांसद बनने के बाद ही उन्होंने अमेठी की जनता को बड़ी सौगात दे दी है।
कांग्रेस की परंपरागत सीट रही अमेठी से कांग्रेस ने उम्मीद भी नहीं की थी कि इस बार भाजपा उनसे ये सीट झटक लेगी। हालांकि अति आत्मविश्वास की वजह से कांग्रेस ने अमेठी में जमीनी तौर पर काम नहीं किय़ा जबकि चुनाव हारने के बाद भी स्मृति पूरे पांच साल वहां सक्रिय रहीं। इसी का तोहफा भी अमेठी की जनता ने उनको दिया और राहुल की जगह उनको चुनकर अमेठी से संसद भेज दिया। सांसद बनने के बाद ही स्मृति ने जनता से वादा किया था कि वो जनता का ये एहसान नहीं भूलेंगी।
जानें अमेठी की जनता को मिली कौन सी सौगात
सांसद बनने के बाद स्मृति ईरानी ने अमेटी की जनता को जो पहला तोहफा दिया है वो प्रत्यक्ष रोजगार का है। स्मृति ईरानी ने कनौडिया ग्रुप को वहां 250 करोड़ की लागत से सीमेन्ट फैक्ट्री लगाने का न्योता दिया। ये ग्रुप पहले प्रयागराज में फैक्ट्री लगा रहा था और दिसम्बर 2018 को लखनऊ में आयोजित इनवेस्टर्स समिट में कनौडिया ग्रुप ने 250 करोड़ की लागत से सीमेन्ट फैक्ट्री लगाने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि वहां जमीन नहीं मिल सकी तो स्मृति ने अमेठी में उनको फैक्ट्री लगाने के लिए राजी कर लिया।इस फैक्ट्री में 300 लोगों को मिलेगा रोजगार
कनौडिया ग्रुप को मनाने के बाद स्मृति ने वहां प्रशासन से करीब 70 बीघा जमीन खोजने को कहा जिसके लिए अफसरों ने दो जमीन भी तलाश ली हैं। अब कंपनी के अफसर वहां जाकर निरीक्षण करेंगे और किसी एक जमीन पर सीमेंट प्लांट लगाएंगे। जल्द ही यहां निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। स्मृति के इस प्रयास से अमेठी में करीब 300 लोगों को नौकरी मिलेगी।
सांसद बनने के बाद स्मृति ईरानी ने अमेटी की जनता को जो पहला तोहफा दिया है वो प्रत्यक्ष रोजगार का है। स्मृति ईरानी ने कनौडिया ग्रुप को वहां 250 करोड़ की लागत से सीमेन्ट फैक्ट्री लगाने का न्योता दिया। ये ग्रुप पहले प्रयागराज में फैक्ट्री लगा रहा था और दिसम्बर 2018 को लखनऊ में आयोजित इनवेस्टर्स समिट में कनौडिया ग्रुप ने 250 करोड़ की लागत से सीमेन्ट फैक्ट्री लगाने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि वहां जमीन नहीं मिल सकी तो स्मृति ने अमेठी में उनको फैक्ट्री लगाने के लिए राजी कर लिया।इस फैक्ट्री में 300 लोगों को मिलेगा रोजगार
कनौडिया ग्रुप को मनाने के बाद स्मृति ने वहां प्रशासन से करीब 70 बीघा जमीन खोजने को कहा जिसके लिए अफसरों ने दो जमीन भी तलाश ली हैं। अब कंपनी के अफसर वहां जाकर निरीक्षण करेंगे और किसी एक जमीन पर सीमेंट प्लांट लगाएंगे। जल्द ही यहां निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। स्मृति के इस प्रयास से अमेठी में करीब 300 लोगों को नौकरी मिलेगी।