केंद्र की नई मोदी सरकार में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा जम्मू कश्मीर में परिसीमन के प्रस्ताव का शिवसेना ने स्वागत किया है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना के माध्यम से अमित शाह की प्रशंसा की है. शिवसेना ने लिखा है कि, 'अमित शाह ने क्या करना निर्धारित किया है, यह स्पष्ट हो गया है. जम्मू-कश्मीर की परेशानी का बड़ा ऑपरेशन करने के लिए उसे अमित शाह ने टेबल पर लिया है.
उन्होंने लिखा है कि कश्मीर घाटी में हमेशा के लिए अमन स्थापित करना ये मामला तो है ही, साथ ही कश्मीर केवल हिंदुस्तान का हिस्सा है, ऐसा पाक और अलगाववादियों को अंतिम संदेश देना भी आवश्यक है. अमित शाह उस दिशा में कदम उठा रहे हैं.' सामना में आगे लिखा है कि, 'फिलहाल कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू है. जल्द ही अमरनाथ यात्रा आरंभ होगी. अमरनाथ यात्रा शांति से संपन्न हो और उसके बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव आयोजित कराए जाएं, ऐसा माहौल दिखाई दे रहा है.
अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा सीटों का ‘भूगोल’ बदलना निश्चित किया है और जम्मू-कश्मीर का अगला सीएम हिंदू ही होगा, इसके लिए मतदाता क्षेत्रों का परिसीमन अर्थात डिलिमिटेशन करना निश्चित किया है. दिल्ली में उन्होंने कश्मीर की सुरक्षा के संदर्भ में एक बैठक ली थी. उस बैठक में कश्मीर में किए जाने वाले संभावित ‘डिलिमिटेशन’ पर भी विचार विमर्श किया गया, इस तरह की खबरें प्रकाशित हुई हैं. सरकारी स्तर पर इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि भले ही न की गई हो, फिर भी नए गृहमंत्री ने सरकार की मंशा अप्रत्यक्ष तरीके से स्पष्ट कर दिया है, यह निश्चित ही कहा जा सकता है. '