नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसी खबर के बारे में जिसको जानकर के आपको अपने देश की सुरक्षा की अनुभूति होगी.जी हां दोस्तों आपने सही सुना दरअसल भारतीय जनता पार्टी आज रोहिंग्या मुसलमानों के एक परिवार को म्यांमार वापस भेज रही है तो आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर.
क्या है खबर :
रोहिंग्या मुसलमानों पर भारतीय जनता पार्टी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए आज भारत से रोहिंग्या मुसलमानों के एक परिवार को म्यांमार भेजेगा. आपको हम बताना चाहेंगे कि इस रोहिंग्या मुसलमान परिवार में पांच लोग हैं और इन्हें पुलिस एक बस से म्यांमार की सीमा तक लेकर गई. भारतीय जनता पार्टी द्वारा पिछले चार महीने में भारत द्वारा अवैध तरीके से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को वापस म्यांमार भेजने का दूसरा मामला है.
रोहिंग्या मुसलमानों पर भारतीय जनता पार्टी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए आज भारत से रोहिंग्या मुसलमानों के एक परिवार को म्यांमार भेजेगा. आपको हम बताना चाहेंगे कि इस रोहिंग्या मुसलमान परिवार में पांच लोग हैं और इन्हें पुलिस एक बस से म्यांमार की सीमा तक लेकर गई. भारतीय जनता पार्टी द्वारा पिछले चार महीने में भारत द्वारा अवैध तरीके से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को वापस म्यांमार भेजने का दूसरा मामला है.
भाजपा रोहंगिया को अवैध मानती है :
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी भारत में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध तरीके से रही जनसंख्या मानती हैऔर देश की सुरक्षा के लिए उन्हें एक खतरे की रूप में देखती है. सरकार ने आदेश दिया है कि रोहिंग्या समुदाय के भारत में अवैध तरीके से रह रहे हजारों लोगों की पहचान की जाए और वापस भेजा जाए.
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी भारत में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को अवैध तरीके से रही जनसंख्या मानती हैऔर देश की सुरक्षा के लिए उन्हें एक खतरे की रूप में देखती है. सरकार ने आदेश दिया है कि रोहिंग्या समुदाय के भारत में अवैध तरीके से रह रहे हजारों लोगों की पहचान की जाए और वापस भेजा जाए.
रोहंगिया म्यांमार के अल्पसंख्यक है :
आपको हम बताना चाहेंगे कि जिस रोहिंग्या मुसलमान परिवार को गुरुवार को वापस भेजा जा रहा है, उसमें पति-पत्नी और उनके तीन बच्चे हैं. उन्हें साल 2014 में असम में गिरफ्तार किया गया था और वैध दस्तावेज के बिना भारत में प्रवेश के लिए जेल भेज दिया गया था.रोहिंग्या बौद्ध बहुल म्यांमार की ऐसी मुस्लिम जनसंख्या हैं जिन्हें म्यांमार भी अपना मानने को तैयार नहीं है. इस तरह से देखें तो वे देशहीन नागरिक हो चुके हैं.
आपको हम बताना चाहेंगे कि जिस रोहिंग्या मुसलमान परिवार को गुरुवार को वापस भेजा जा रहा है, उसमें पति-पत्नी और उनके तीन बच्चे हैं. उन्हें साल 2014 में असम में गिरफ्तार किया गया था और वैध दस्तावेज के बिना भारत में प्रवेश के लिए जेल भेज दिया गया था.रोहिंग्या बौद्ध बहुल म्यांमार की ऐसी मुस्लिम जनसंख्या हैं जिन्हें म्यांमार भी अपना मानने को तैयार नहीं है. इस तरह से देखें तो वे देशहीन नागरिक हो चुके हैं.