नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसी खबर के बारे में जिसको सुन आप की रूह कांप जाएगी, तो आइये जानते है क्या है पूरी खबर.
क्या है खबर :
उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसको सुन आपकी रूह कांप जाएगी जी हां दोस्तों आपने सही सुना दरअसल एक मंदिर की विवादित जमीन की पैरवी करने वाली पुजारी की लास मंदिर के मुख्य द्वार पर टंगी हुई मिली. पुजारी की मौत की खबर सुनने के बाद इलाके में सैकड़ों स्थानीय लोग मौके पर इकट्ठा हो गए, जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची और लाश को उतारने की कोशिश की लेकिन इलाके में जमा ग्रामीणों ने पुलिस को शव नीचे उतारने नहीं दिया. आखिरकार अंत में अधिकारियों ने बहुत मुश्किल से ग्रामीणों को समझा बुझा कर शांत किया जिसके बाद लाश को उतारा गया.
उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसको सुन आपकी रूह कांप जाएगी जी हां दोस्तों आपने सही सुना दरअसल एक मंदिर की विवादित जमीन की पैरवी करने वाली पुजारी की लास मंदिर के मुख्य द्वार पर टंगी हुई मिली. पुजारी की मौत की खबर सुनने के बाद इलाके में सैकड़ों स्थानीय लोग मौके पर इकट्ठा हो गए, जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची और लाश को उतारने की कोशिश की लेकिन इलाके में जमा ग्रामीणों ने पुलिस को शव नीचे उतारने नहीं दिया. आखिरकार अंत में अधिकारियों ने बहुत मुश्किल से ग्रामीणों को समझा बुझा कर शांत किया जिसके बाद लाश को उतारा गया.
हत्या कि है आशंका :
आपको हम बताना चाहेंगे कि यह घटना रायबरेली के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र की है जहां इटौरा गांव में राम जानकी मंदिर की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था और इसी की पैरवी मंदिर के पुजारी बाबा प्रेमदास कर रहे थे तथा लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रहे थे. अब स्थानीय लोगों का कहना है कि बाबा प्रेमदास का कत्ल किया गया है. उनकी लाश मंदिर परिसर के मुख्य गेट पर लटकी हुई मिली.लाश उतारने के दौरान ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया. वो बाबा की लाश उतारने को तैयार नहीं थे. उनकी मांग थी कि सूबे के मुख्यमंत्री मंहत योगी आदित्यनाथ मौके पर पहुंचे. मामला बढ़ता देख डीएम और एएसपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की.
आपको हम बताना चाहेंगे कि यह घटना रायबरेली के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र की है जहां इटौरा गांव में राम जानकी मंदिर की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था और इसी की पैरवी मंदिर के पुजारी बाबा प्रेमदास कर रहे थे तथा लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रहे थे. अब स्थानीय लोगों का कहना है कि बाबा प्रेमदास का कत्ल किया गया है. उनकी लाश मंदिर परिसर के मुख्य गेट पर लटकी हुई मिली.लाश उतारने के दौरान ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया. वो बाबा की लाश उतारने को तैयार नहीं थे. उनकी मांग थी कि सूबे के मुख्यमंत्री मंहत योगी आदित्यनाथ मौके पर पहुंचे. मामला बढ़ता देख डीएम और एएसपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की.
प्रभावशाली लोगों के साथ चल रहा था विवाद :
मंदिर की जमीन को लेकर काफी समय से पुजारी बाबा का कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ विवाद चल रहा था. हाल में ही बाबा ने अमेठी जिले के गौरीगंज के मौनी बाबा को उक्त मंदिर का पीठासीन अधिकारी नियुक्ति किये जाने की बात कहा थी. इसके बाद बाबा ने रायबरेली और अमेठी के डीएम से उनकी हत्या किए जाने की आशंका जताई थी.जिस पर डीएम अमेठी ने रायबरेली के डीएम और एसपी से रिपोर्ट मांगी थी. तब से मामला लटका हुआ है. हालांकि मंदिर विवाद हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक चल रहा है. अब जिला प्रशासन और गुस्साए ग्राणीण मौनी बाबा का इंतजार कर रहे हैं. गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. जिले के आला अधिकारी खुद मौके पर डेरा डाले हुए हैं.
मंदिर की जमीन को लेकर काफी समय से पुजारी बाबा का कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ विवाद चल रहा था. हाल में ही बाबा ने अमेठी जिले के गौरीगंज के मौनी बाबा को उक्त मंदिर का पीठासीन अधिकारी नियुक्ति किये जाने की बात कहा थी. इसके बाद बाबा ने रायबरेली और अमेठी के डीएम से उनकी हत्या किए जाने की आशंका जताई थी.जिस पर डीएम अमेठी ने रायबरेली के डीएम और एसपी से रिपोर्ट मांगी थी. तब से मामला लटका हुआ है. हालांकि मंदिर विवाद हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक चल रहा है. अब जिला प्रशासन और गुस्साए ग्राणीण मौनी बाबा का इंतजार कर रहे हैं. गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. जिले के आला अधिकारी खुद मौके पर डेरा डाले हुए हैं.