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वैज्ञानिकों ने खोज निकाला अंडा वेज या नॉन वेज, जरूर पढ़े.

दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं अंडे के बारे में, जिसको लेकर के हर व्यक्ति के मन में यह सवाल होता है कि क्या अंडा नॉन वेजिटेरियन है या फिर वेजीटेरियन. तो दोस्तों आज हम आपके सामने इसका ही जवाब लेकर आए हैं क्योंकि वैज्ञानिकों ने विज्ञान की मदद से यह जान लिया है कि अंडा नॉन वेजिटेरियन है या वेजिटेरियन है.तो आइए जानते हैं पूरी खबर.


क्या है खबर :
अक्सर लोगों के दिमाग में यह सवाल उठता है कि अंडा वेज है या नॉनवेज है? वहीं कुछ लोगों का मानना है कि यह नॉनवेज कैटिगरी में आता है क्योंकि इसे मुर्गी देती है. आपके इस सवाल का जवाब वैज्ञानिकों ने ढूंढ लिया है, वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो उनके इस थ्योरी को सही नहीं मान रहे हैं.शाकाहारी लोगों का मानना है कि अंडा मुर्गी से आया है इसलिए मुर्गी नॉन वेज है तो अंडा भी नॉन-वेज है, लेकिन आपको बता दें कि साइंस यह कहती है कि दूध भी जानवर से आता है तो वो कैसे शाकाहारी हुआ?


इस कारण अंडा होता है वेज :
अनफर्टिलाइज्ड होते हैं बाजार में मिलने वाले अंडे
लोग सोचते हैं कि अंडे से चूजा निकलता है इसलिए यह मांसाहारी है जबकि बाजार में मिलने वाले सारे अंडे अनफर्टिलाइज्ड होते हैं. यानी इन अंडों से कभी भी चूजे बाहर नहीं आते हैं. इस बात की गलतफहमी दूर करने के लिए वैज्ञानिकों ने भी साइंस के जरिए यह सवाल का जवाब देने की कोशिश की है. उनके मुताबिक अंडा शाकाहारी होता है. अंडे में तीन लेयर होती है. पहला छिल्का, दूसरा सफेदी और तीसरा अंडे की जर्दी यानी को योक होती है. योक मतलब पीला हिस्सा. अंडे पर की गई एक रिसर्च के अनुसार अंडे की सफेदी में सिर्फ प्रोटीन ही होता है. इसमें जानवर का कोई भी हिस्सा मौजूद नहीं होता है. इसलिए तकनीकी रूप से एग वाइट यानी सफेदी वेज होती है.


इस परिस्थिति में होता है नॉन वेज :
एग वाइट की ही तरह एग योक यानी जर्दी में भी प्रोटीन के साथ कोलेस्ट्रोल और फैट अच्छी मात्रा में मौजूद होता है. अंडा मुर्गी और मुर्गे के संपर्क में आने के बाद ही आता है. उनमें गैमीट सेल्स होते हैं जो उसे मांसाहारी बना देता है. जबकि बाजार वाले अंडों में ऐसा कुछ नहीं होता है.तो फिर मुर्गी से अंडे कैसे होता है?मुर्गी 6 महीने होने के बाद से अंडे देने लगती है. वह हर 1 या डेढ़ दिन में अंडे देती है, लेकिन बता दें कि ऐसा बिल्कुल नहीं होता कि मुर्गी किसी भी मुर्गे के साथ संपर्क में जरूर आए. इन अंडों को ही अनफर्टिलाइज्ड एग कहा जाता है. वैज्ञानिकों का दावा है कि इनमें से कभी चूजे नहीं निकल सकते.

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