नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में, तो दोस्तों जैसा आप सबको पता है सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर यह फैसला दिया है की राम मंदिर की अगली सुनवाई की तारीख आज से 3 महीने बाद जनवरी में तय की जाएगी लेकिन इस पर ओवैसी ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर भाजपा में हिम्मत है तो अध्यादेश लाकर दिखाएं.
क्या है मामला:
जी हां दोस्तों आपने सही सुना अयोध्या मामले पर एआईएमआईएम के प्रमुख ओवैसी ने श्री राम जन्म भूमि अयोध्या राम मंदिर पर भाजपा सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर केंद्र सरकार को अयोध्या मामले पर हिम्मत है तो अध्यादेश लाकर दिखाएं. सरकार मंदिर निर्माण के लिए सिर्फ और सिर्फ राजनीति कर रही है, सो अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सब को मानना पड़ेगा फैसले का विरोध करना ठीक नहीं है क्योंकि देश मर्जी से नहीं बल्कि संविधान से चलता है.
जी हां दोस्तों आपने सही सुना अयोध्या मामले पर एआईएमआईएम के प्रमुख ओवैसी ने श्री राम जन्म भूमि अयोध्या राम मंदिर पर भाजपा सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर केंद्र सरकार को अयोध्या मामले पर हिम्मत है तो अध्यादेश लाकर दिखाएं. सरकार मंदिर निर्माण के लिए सिर्फ और सिर्फ राजनीति कर रही है, सो अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सब को मानना पड़ेगा फैसले का विरोध करना ठीक नहीं है क्योंकि देश मर्जी से नहीं बल्कि संविधान से चलता है.
क्या कहा ओवैसी ने :
ओवैसी ने बीजेपी के नेता की गिरिराज सिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि उनको सरकारी वकील बना देना चाहिए,आपकी जानकारी हेतू बता दे कि गिरिराज सिंह ने सोमवार को सुनवाई से पहले बयान दिया था कि अब हिंदुओं का सब्र टूट रहा है, मुझे भाए है कि इसका परिणाम क्या होगा. गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि हिंदुओं को प्रताड़ित होना पड़ रहा है आजादी के तुरंत बाद हिंदू मुस्लिम के नाम पर देश का बंटवारा हुआ और उस समय अगर कांग्रेस हिंदुओं के आस्था का केंद्र प्रभु श्री राम का मंदिर बनवा देती तो आज यह दुर्दशा नहीं होता.
ओवैसी ने बीजेपी के नेता की गिरिराज सिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि उनको सरकारी वकील बना देना चाहिए,आपकी जानकारी हेतू बता दे कि गिरिराज सिंह ने सोमवार को सुनवाई से पहले बयान दिया था कि अब हिंदुओं का सब्र टूट रहा है, मुझे भाए है कि इसका परिणाम क्या होगा. गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि हिंदुओं को प्रताड़ित होना पड़ रहा है आजादी के तुरंत बाद हिंदू मुस्लिम के नाम पर देश का बंटवारा हुआ और उस समय अगर कांग्रेस हिंदुओं के आस्था का केंद्र प्रभु श्री राम का मंदिर बनवा देती तो आज यह दुर्दशा नहीं होता.
अगले वर्ष होगी सुनवाई :
आपको बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को अयोध्या मामले की सुनवाई टल गई है, सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुओं के आस्था के साथ खिलवाड़ करते हुए अब इसकी सुनवाई जनवरी के पहले हफ्ते में टाल दी है.उसी दिन या भी तय किया जाएगा कि सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ही मामले की सुनवाई करेगी या इसके लिए कोई नई बेंच का गठन किया जाएगा.
संपादक : विशाल कुमार सिंह