नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं सबरीमाला मंदिर के बारे में जिसकी संस्कृति की रक्षा के लिए भारतीय जनता पार्टी ने रथयात्रा निकालने का ऐलान किया है.
क्या है मामला:
जी हां दोस्तों आपने सही सुना केरल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने सबरीमाला मंदिर के प्रति रिवाजों और परंपरा की रक्षा के लिए रथयात्रा निकालने की घोषणा की है, आपको बता दें कि यह घोषणा रविवार 28 अक्टूबर को केरल भारतीय जनता पार्टी द्वारा की गई. भारतीय जनता पार्टी केरल प्रदेश प्रमुख पी एस श्रीधरन पिल्लई ने संवाददाताओं को बताया कि इंडिया के नेतृत्व में यह यात्रा 8 नवंबर को कासरगोड से शुरू होगी और 13 नवंबर को पद्मनथीटा में संपन्न होगी.पी एस श्रीधरन पिल्लई ने कहा कि पार्टी ने सबरीमाला मुद्दे पर प्रदर्शन में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं की गिरफ्तारी का विरोध जारी रखने का फैसला किया है तथा भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता यहां सबरीमाला मंदिर की संस्कृति को बचाने के पक्ष में 30 अक्टूबर को डीजीपी कार्यालय के सामने 1 दिन का अनशन भी करेंगे.
जी हां दोस्तों आपने सही सुना केरल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने सबरीमाला मंदिर के प्रति रिवाजों और परंपरा की रक्षा के लिए रथयात्रा निकालने की घोषणा की है, आपको बता दें कि यह घोषणा रविवार 28 अक्टूबर को केरल भारतीय जनता पार्टी द्वारा की गई. भारतीय जनता पार्टी केरल प्रदेश प्रमुख पी एस श्रीधरन पिल्लई ने संवाददाताओं को बताया कि इंडिया के नेतृत्व में यह यात्रा 8 नवंबर को कासरगोड से शुरू होगी और 13 नवंबर को पद्मनथीटा में संपन्न होगी.पी एस श्रीधरन पिल्लई ने कहा कि पार्टी ने सबरीमाला मुद्दे पर प्रदर्शन में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं की गिरफ्तारी का विरोध जारी रखने का फैसला किया है तथा भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता यहां सबरीमाला मंदिर की संस्कृति को बचाने के पक्ष में 30 अक्टूबर को डीजीपी कार्यालय के सामने 1 दिन का अनशन भी करेंगे.
कोर्ट के फैसले के विरोध में प्रदर्शन:
आप की जानकारी हेतु हम बता दे कि मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया जा रहा है. सबरीमाला मंदिर की पुरानी परंपरा के अनुसार 10 से 50 वर्ष की महिलाओं का मंदिर में प्रवेश वर्जित है.
आप की जानकारी हेतु हम बता दे कि मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया जा रहा है. सबरीमाला मंदिर की पुरानी परंपरा के अनुसार 10 से 50 वर्ष की महिलाओं का मंदिर में प्रवेश वर्जित है.
भारत आइडिया का विचार:
भारत आइडिया अपने दर्शकों की तरफ से भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से यह अनुरोध करता है कि जैसे वह सबरीमाला मंदिर के लिए अपना पक्ष रख रहे हैं तथा मंदिर की संस्कृति बचाने हेतु एक भव्य रथ यात्रा निकाल रहे हैं वैसे ही श्री राम जन्मभूमि श्री राम मंदिर के लिए भी अपना मजबूत पक्ष रखें तथा जल्द से जल्द मंदिर निर्माण के लिए कानून लाएं क्योंकि अब राम भक्तों का सब्र का बांध टूटता जा रहा है.
भारत आइडिया अपने दर्शकों की तरफ से भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से यह अनुरोध करता है कि जैसे वह सबरीमाला मंदिर के लिए अपना पक्ष रख रहे हैं तथा मंदिर की संस्कृति बचाने हेतु एक भव्य रथ यात्रा निकाल रहे हैं वैसे ही श्री राम जन्मभूमि श्री राम मंदिर के लिए भी अपना मजबूत पक्ष रखें तथा जल्द से जल्द मंदिर निर्माण के लिए कानून लाएं क्योंकि अब राम भक्तों का सब्र का बांध टूटता जा रहा है.
संपादक : विशाल कुमार सिंह