सपा से अलग होकर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने वाले शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश सरकार ने वह बंगला आवंटित किया है। जिसमें पहले बसपा प्रमुख मायावती का दफ्तर था, सूत्रों के अनुसार शिवपाल का यह बंगला विधायक के तौर पर दिया है। गौरतलब यह है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को बंगला खाली करना पड़ा। वहीं सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है कि शिवपाल पर सरकार की मेहरबानी का पिछ् माना जा रहा है कि अखिलेश के खिलाफ शिवपाल को आगे बढ़ाकर बीजेपी यूपी में २०१९ की सियासी जंग फतह करना चाहती है। संपादक: आशुतोष उपाध्याय |
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