हम राजनीती एवं इतिहास का एक अभूतपूर्व मिश्रण हैं.हम अपने धर्म की ऐतिहासिक तर्क-वितर्क की परंपरा को परिपुष्ट रखना चाहते हैं.हम विविध क्षेत्रों,व्यवसायों,सोंच और विचारों से हो सकते हैं,किन्तु अपनी संस्कृति की रक्षा,प्रवर्तन एवं कृतार्थ हेतु हमारा लगन और उत्साह हमें एकजुट बनाये रखता है.हम एक ऐसे प्रपंच में कदम रख रहें हैं जहां हमारे धर्म,शास्त्रों नियमों को कुरूपता और विकृति के साथ निवेदित किया जा रहा है.हम अपने धार्मिक ऐतिहासिक यथार्थता को समाज के सामने स्पष्ट करना चाहते है,जहाँ पुराने नियम प्रसंगगिक नहीं रहे.हम आपके विचारों के प्रतिबिंब हैं,हम आपकी अभिव्यक्ति के स्वर हैं और हम आपको निमंत्रित करते हैं,आपका अपना मंच 'BHARATIDEA' पर,सारे संसार तक अपना निनाद पहुंचायें!

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बिहार शरीफ की अजीब सी घटना सामने आयी है जिसे आप सुनेंगे तो बोलेंगे ऐसा भी होता है चलिए इस घटना के बारे में हम बात करते है :

दरअसल अभी बिहार में आईटीआई की परीछा का समय चल रहा है और इसीके लिए अलग-अलग जिलों से जैसे सुपौल, मधुबनी, सहरसा, दरभंगा, मधुबनी, मधेपुरा तथा इत्यादि जगहों से छात्र बिहार शरीफ पहुंचे थे। जगह की कमी होने की वजह से तक़रीबन 300 छात्रों को बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ही अपनी रात बितानी परी। उसी दौरान रात को करीब दो बजे एक छात्र ने भूकंप आने का सपना देखा और उसकी नींद खुली और वो भूकंप आने का शोर मचाने लगा और तो और रात की तेज हवा की वजह से यात्री शेड का टुटा हुआ करकट भी झूल रहा था बस इसी वजह से प्लेटफॉर्म पर भगदड़ मच गयी जिसमे काफी छात्र घायल हो गये। अच्छी बात ये रही की इस भगदड़ में किसी को ज्यादा चोट नहीं आयी।

सम्पादक : विशाल कुमार सिंह

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