नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में टो दोस्तो आज हम बात करने वाले है अकबर की उस उस एक ख्वाब के बारे में जो कभी पूरी नहीं हो सकी.अकबर भारत का एक महान बादशाह था जिसने दिल्ली पर लगभग 72 साल तक राज किया था. जब अकबर का शासन चल रहा था तो उसके पास किसी भी चीज की कमी
क्या था अकबर का ख्वाब :
आपको जानकर हैरानी होगी कि अकबर की एक इच्छा अधूरी रह गयी थी वह थी महाराणा प्रताप को बंदी बनाना. अकबर ने मेवाड़ पर सर्वप्रथम 1576 में आक्रमण किया था लेकिन इसमे उसकी बहुत ही बुरी हार हुई थी .उसके बाद अकबर ने मेवाड़ पर कई आक्रमण किए किन्तु महाराणा प्रताप ने हर बार अकबर को हराया था.अकबर ने 1575 से लेकर 1586 तक मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप को हराकर अपना गुलाम बनाने का पूरा प्रयास किया किन्तु अकबर इसमें कभी भी सफल नही हो पाया.कहा जाता है कि अकबर जब मृत्यु सैया पर था तो उड़ने कहा था कि मैं अपने जीवन में एक ख्वाब पूरा नहीं कर पाया और वो ख्वाब प्रताप को हराना था .
आपको जानकर हैरानी होगी कि अकबर की एक इच्छा अधूरी रह गयी थी वह थी महाराणा प्रताप को बंदी बनाना. अकबर ने मेवाड़ पर सर्वप्रथम 1576 में आक्रमण किया था लेकिन इसमे उसकी बहुत ही बुरी हार हुई थी .उसके बाद अकबर ने मेवाड़ पर कई आक्रमण किए किन्तु महाराणा प्रताप ने हर बार अकबर को हराया था.अकबर ने 1575 से लेकर 1586 तक मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप को हराकर अपना गुलाम बनाने का पूरा प्रयास किया किन्तु अकबर इसमें कभी भी सफल नही हो पाया.कहा जाता है कि अकबर जब मृत्यु सैया पर था तो उड़ने कहा था कि मैं अपने जीवन में एक ख्वाब पूरा नहीं कर पाया और वो ख्वाब प्रताप को हराना था .
प्रताप की मृत्यु पर दुखी हुए था अकबर :
अकबर ने प्रताप को गुलाम बनाने का हर संभव प्रयास किया किन्तु उसे हर बार हार का समाना करना पड़ा था.प्रताप ने अपने सैनिकों के साथ घास एक रोटियां खाई लेकी अकबर के सामने घुटने नहीं टेके.जब प्रताप की मृत्यु बीमारी की वजह से हो गयी थी तो अकबर इस बात से बहुत दु:खी हुआ था.
अकबर ने प्रताप को गुलाम बनाने का हर संभव प्रयास किया किन्तु उसे हर बार हार का समाना करना पड़ा था.प्रताप ने अपने सैनिकों के साथ घास एक रोटियां खाई लेकी अकबर के सामने घुटने नहीं टेके.जब प्रताप की मृत्यु बीमारी की वजह से हो गयी थी तो अकबर इस बात से बहुत दु:खी हुआ था.