नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका भारत आइडिया में तो दोस्तो आज हम बात करने वाले है भगत सिंह के बारे में की उनका बचपन कहां बिता और उनका घर अब किस हालत में है, तो आइये जानते है पूरी खबर.
क्या है खबर :
भगत सिंह भारत के सबसे बड़े क्रांतिकारी माने जाते हैं जब भी स्वतंत्रता संग्राम का जिक्र आता है तो भगत सिंह जरूर याद किए जाते हैं भगत सिंह का जन्म पंजाब में हुआ था लेकिन आज पंजाब का वह हिस्सा पाकिस्तान में मौजूद है उनका वह घर जिसमें उन्होंने अपना बचपन गुजारा था वह भी अब पाकिस्तान में ही मौजूद है.जैसा कि आप सब जानते है कि भगत सिंह ने बहुत ही कम उम्र में देश के लिए अपनी जान दे दी थी.दरअसल भगत सिंह का पूरा परिवार ही क्रांतिकारी था. भगत सिंह के पिता और चाचा ने मिलकर गदर पार्टी की स्थापना की थी. उनका पूरा परिवार ही अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलनों में भाग लेता था.भगत सिंह बचपन से ही ऐसे आंदोलनों में भाग लेते थे. जैसे जैसे भगत सिंह की उम्र बढ़ती गई, भगत सिंह के अंदर अंग्रेजों के खिलाफ नफरत भी बढ़ती चली गई.18 साल की उम्र में भगत सिंह ने कुछ बड़ा करने का फैसला किया वह कुछ बड़े क्रांतिकारियों से मिले जिसमें चंद्रशेखर आजाद भी शामिल थे चंद्रशेखर आजाद ने उन्हें प्रेरित किया.
भगत सिंह भारत के सबसे बड़े क्रांतिकारी माने जाते हैं जब भी स्वतंत्रता संग्राम का जिक्र आता है तो भगत सिंह जरूर याद किए जाते हैं भगत सिंह का जन्म पंजाब में हुआ था लेकिन आज पंजाब का वह हिस्सा पाकिस्तान में मौजूद है उनका वह घर जिसमें उन्होंने अपना बचपन गुजारा था वह भी अब पाकिस्तान में ही मौजूद है.जैसा कि आप सब जानते है कि भगत सिंह ने बहुत ही कम उम्र में देश के लिए अपनी जान दे दी थी.दरअसल भगत सिंह का पूरा परिवार ही क्रांतिकारी था. भगत सिंह के पिता और चाचा ने मिलकर गदर पार्टी की स्थापना की थी. उनका पूरा परिवार ही अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलनों में भाग लेता था.भगत सिंह बचपन से ही ऐसे आंदोलनों में भाग लेते थे. जैसे जैसे भगत सिंह की उम्र बढ़ती गई, भगत सिंह के अंदर अंग्रेजों के खिलाफ नफरत भी बढ़ती चली गई.18 साल की उम्र में भगत सिंह ने कुछ बड़ा करने का फैसला किया वह कुछ बड़े क्रांतिकारियों से मिले जिसमें चंद्रशेखर आजाद भी शामिल थे चंद्रशेखर आजाद ने उन्हें प्रेरित किया.
भगत सिंह का घर :
भगत सिंह का घर पाकिस्तान के फैसलाबाद में मौजूद है. बंटवारे के समय भगत सिंह का पूरा परिवार पाकिस्तान छोड़ कर भारत आ गया था. इसके बाद भगत सिंह के घर पर एक वकील ने कब्जा कर लिया था. वह वकील भगत सिंह के परिवार का ही एक मित्र था.इस दौरान भगत सिंह के मकान की हालत बहुत खराब होती चली गई. क्योंकि इस मकान में रहने वाले लोगों ने मकान की मरम्मत कभी नहीं कराई. वर्ष 2010 में पाकिस्तान सरकार ने इस मकान को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया और मकान पर अपना कब्जा कर लिया.इस मकान की मरम्मत भी कराई गई. इसके बाद इस मकान को सैलानियों के लिए खोल दिया गया.
भगत सिंह का घर पाकिस्तान के फैसलाबाद में मौजूद है. बंटवारे के समय भगत सिंह का पूरा परिवार पाकिस्तान छोड़ कर भारत आ गया था. इसके बाद भगत सिंह के घर पर एक वकील ने कब्जा कर लिया था. वह वकील भगत सिंह के परिवार का ही एक मित्र था.इस दौरान भगत सिंह के मकान की हालत बहुत खराब होती चली गई. क्योंकि इस मकान में रहने वाले लोगों ने मकान की मरम्मत कभी नहीं कराई. वर्ष 2010 में पाकिस्तान सरकार ने इस मकान को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया और मकान पर अपना कब्जा कर लिया.इस मकान की मरम्मत भी कराई गई. इसके बाद इस मकान को सैलानियों के लिए खोल दिया गया.
इस घर में आज भी भगत सिंह की कुछ चीजें मौजूद है जिन्हें आप तस्वीर में देख सकते हैं.