नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में, तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसी घटना के बारे में जिसमें ट्रैफिक कानून तोड़े जाने पर एक लड़के को पुलिस वाले ने थप्पड़ मार दिया जिसके बाद लड़के की मौत हो गई.
क्या है मामला :
जी हां दोस्तों आपने सही सुना दरअसल महानगर के सिविल लाइंस इलाके में कठपुला पर चढ़ते समय वाहन चेकिंग के दौरान ट्रैफिक दरोगा के थप्पड़ ने बाइक सवार युवक की जान ले ली, कागज न होने पर गाड़ी सीज करने पर जब युवक ने ऐतराज जताया तो दरोगा से कहासुनी हो गई और इसी दौरान गुस्से में आपा खो बैठे ट्रैफिक दरोगा ने उसके थप्पड़ जड़ दिया.इसके बाद युवक वहीं बेसुध होकर गिर पड़ा, जिसे पुलिसकर्मियों ने अस्पताल तक ले जाने की जहमत नहीं उठाई. बाद में कुछ प्रत्यक्षदर्शी व राहगीर उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. खबर पर रोते-बिलखते परिजन भी आ गए और बाद में शव पोस्टमार्टम केंद्र पहुंचाया गया, जहां देर शाम पोस्टमार्टम कराए जाने की तैयारी चल रही थीं. इस मामले में परिजन मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
जी हां दोस्तों आपने सही सुना दरअसल महानगर के सिविल लाइंस इलाके में कठपुला पर चढ़ते समय वाहन चेकिंग के दौरान ट्रैफिक दरोगा के थप्पड़ ने बाइक सवार युवक की जान ले ली, कागज न होने पर गाड़ी सीज करने पर जब युवक ने ऐतराज जताया तो दरोगा से कहासुनी हो गई और इसी दौरान गुस्से में आपा खो बैठे ट्रैफिक दरोगा ने उसके थप्पड़ जड़ दिया.इसके बाद युवक वहीं बेसुध होकर गिर पड़ा, जिसे पुलिसकर्मियों ने अस्पताल तक ले जाने की जहमत नहीं उठाई. बाद में कुछ प्रत्यक्षदर्शी व राहगीर उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. खबर पर रोते-बिलखते परिजन भी आ गए और बाद में शव पोस्टमार्टम केंद्र पहुंचाया गया, जहां देर शाम पोस्टमार्टम कराए जाने की तैयारी चल रही थीं. इस मामले में परिजन मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
रोगी था मृतक फिर भी पुलिस वाले ने मारा थप्पड़:
मिली जानकारी के अनुसार, मूल रूप से बरौली जवां का 28 वर्षीय अफजाल पुत्र शौकत तीन भाइयों में तीसरे नंबर का था. वह अपनी ससुराल नगला पटवारी में मकान बनाकर बड़े भाई लियाकत संग पत्नी सोनम व दो बेटी, एक बेटे को लेकर रह रहा था. परिजनों के अनुसार काफी समय से वह खुद अस्थमा व क्षय रोग से पीड़ित था और उसका इलाज भी चल रहा था.इन दिनों वह एक फैक्ट्री में काम कर रहा था, कुछ समय से बेटी की भी तबीयत खराब हो गई थी.दोपहर करीब 12 बजे वह अपनी बाइक पर अपनी व बेटी की दवा लेने जिला अस्पताल जा रहा था. वह जैसे ही कठपुला पर चढ़ने लगा तो वहां चेकिंग कर रहे यातायात पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया और उसके पास गाड़ी के कागज नहीं थे. उसने अपनी बीमारी के तर्क दिए पर इस बात पर बहस हुई और दरोगा ने उसकी बात बिना सुने गाड़ी सीज कर दी.
मिली जानकारी के अनुसार, मूल रूप से बरौली जवां का 28 वर्षीय अफजाल पुत्र शौकत तीन भाइयों में तीसरे नंबर का था. वह अपनी ससुराल नगला पटवारी में मकान बनाकर बड़े भाई लियाकत संग पत्नी सोनम व दो बेटी, एक बेटे को लेकर रह रहा था. परिजनों के अनुसार काफी समय से वह खुद अस्थमा व क्षय रोग से पीड़ित था और उसका इलाज भी चल रहा था.इन दिनों वह एक फैक्ट्री में काम कर रहा था, कुछ समय से बेटी की भी तबीयत खराब हो गई थी.दोपहर करीब 12 बजे वह अपनी बाइक पर अपनी व बेटी की दवा लेने जिला अस्पताल जा रहा था. वह जैसे ही कठपुला पर चढ़ने लगा तो वहां चेकिंग कर रहे यातायात पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया और उसके पास गाड़ी के कागज नहीं थे. उसने अपनी बीमारी के तर्क दिए पर इस बात पर बहस हुई और दरोगा ने उसकी बात बिना सुने गाड़ी सीज कर दी.
डॉक्टर ने मौत का कारण दहशत में हृदयाघात बताया :
इसी दौरान बहस में दरोगा ने उसे थप्पड़ जड़ दिया, जिससे वह बेसुध होकर वहीं गिर गया. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे देखने या अस्पताल पहुंचाने तक की जहमत नहीं उठाई. दो प्रत्यक्षदर्शी अतर सिंह निवासी समस्तपुर हरदुआगंज व नवी अहमद निवासी जमालपुर उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे.जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने रेपोर्ट् के तौर पर माना कि वह दहशत में हृदयाघात से मरा है.
इसी दौरान बहस में दरोगा ने उसे थप्पड़ जड़ दिया, जिससे वह बेसुध होकर वहीं गिर गया. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे देखने या अस्पताल पहुंचाने तक की जहमत नहीं उठाई. दो प्रत्यक्षदर्शी अतर सिंह निवासी समस्तपुर हरदुआगंज व नवी अहमद निवासी जमालपुर उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे.जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने रेपोर्ट् के तौर पर माना कि वह दहशत में हृदयाघात से मरा है.
संपादक : विशाल कुमार सिंह