हम राजनीती एवं इतिहास का एक अभूतपूर्व मिश्रण हैं.हम अपने धर्म की ऐतिहासिक तर्क-वितर्क की परंपरा को परिपुष्ट रखना चाहते हैं.हम विविध क्षेत्रों,व्यवसायों,सोंच और विचारों से हो सकते हैं,किन्तु अपनी संस्कृति की रक्षा,प्रवर्तन एवं कृतार्थ हेतु हमारा लगन और उत्साह हमें एकजुट बनाये रखता है.हम एक ऐसे प्रपंच में कदम रख रहें हैं जहां हमारे धर्म,शास्त्रों नियमों को कुरूपता और विकृति के साथ निवेदित किया जा रहा है.हम अपने धार्मिक ऐतिहासिक यथार्थता को समाज के सामने स्पष्ट करना चाहते है,जहाँ पुराने नियम प्रसंगगिक नहीं रहे.हम आपके विचारों के प्रतिबिंब हैं,हम आपकी अभिव्यक्ति के स्वर हैं और हम आपको निमंत्रित करते हैं,आपका अपना मंच 'BHARATIDEA' पर,सारे संसार तक अपना निनाद पहुंचायें!

भारत को मुद्रा निगरानी सूची से हटा सकता है अमेरिका

नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है भारत आइडिया में, वाशिंगटन 18 अक्टूबर अमेरिका भारत को अपनी मुद्रा निगरानी सूची से हटा सकता है, अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने कहा कि भारत में ऐसे कई कदम उठाए हैं जिससे उसकी कुछ बड़ी चिंताएं दूर हुई हैं.


अमेरिका उन देशों को निगरानी सूची में रखता है जिनकी विदेशी विनिमय दर पर उसे शक है अप्रैल में अमेरिका ने भारत के साथ चीन जर्मनी जापान दक्षिण कोरिया और स्विजरलैंड को निगरानी सूची में डाला था।

वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी अपनी हालिया रिपोर्ट में भारत को इस सूची में बनाए रखा है , हालांकि इस ने कहा कि यदि भारत उसी तरह की गतिविधियां जारी रखता है जो उसने पिछले 6 महीने में की है तो अगली द्विवार्षिक रिपोर्ट में उसका नाम सूची से हटाया जा सकता है.

मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत की गतिविधियों में स्पष्ट रूप से बदलाव आया है ।उसके केंद्रीय बैंक की जून 2018 तक विदेशी मुद्रा खरीद शुद्ध रूप से कम होकर ४ अरब डॉलर  रह गए। यह सफल घरेलू उत्पाद जीडीपी के  0.2 प्रतिशत के बराबर है।

मंत्रालय ने भारत के विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप नहीं करने की प्रशंसा की है उसने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि रुपए की विनमय दर में गिरावट बाजार आधारित है और अनुचित उतार-चढ़ाव की स्थिति में भी हस्तक्षेप किया जाएगा।

संपादक: आशुतोष उपाध्याय

About