नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में, तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसे झूठ के बारे में जिसके बारे में बीते शाम मुझे मेरे मित्र मयंक जी ने बताया, जिसके बाद मैंने इसकी छानबीन शुरू की और मुझे कुछ ऐसी सच्चाई हाथ लगी जो कि आपके होश उड़ा सकती है कि कैसे सोशल मीडिया पर गलत समाचार फैलाए जाते हैं.
क्या है मामला :
दरअसल 20 अक्टूबर की शाम को मयंक जी से मेरी बात हुई और उन्होंने बताया कि हाजीपुर वॉइस नाम के एक फेसबुक पेज से यह समाचार शेयर किया गया है कि, राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के गंगापुर थाना क्षेत्र में एक बच्चे की बलि दी गई है और उसके कटे हुए सिर को किसी अर्थी पर ले जाया जा रहा है और उसके साथ एक बड़ी भीड़ भी चल रही है जिसमें एक आदमी आगे तलवार लेकर चल रहा है और वह खून सना हुआ है, सो मयंक जी को इस समाचार पर तनिक भी विश्वास नहीं था तो उन्होंने मुझसे अपने स्तर पर इसकी जांच करने की बात कही.
क्या है घटना की सच्चाई :
इस घटना के संदर्भ में मैंने अपने राजस्थानी मित्रों से संपर्क किया जिसके बाद मुझे कुछ तथ्य मिले जो कि इस घटना की पहलू से बिल्कुल अलग था, दरअसल यह घटना गंगापुर थाना के खाकरा गांव की है जहां हर साल की भांति इस साल भी जादू टोने का करतब का कार्यक्रम रखा गया था. वायरल हो रही समाचार इसी जादू टोने के कार्यक्रम का हिस्सा है, खाकरा गांव में यह जादू टोने का कार्यक्रम लगभग 100 वर्षों से चला आ रहा है.
मेरे मित्र से वार्तालाप के अनुसार यह जुलूस हर नवरात्रि में मां चामुंडा के मंदिर से शुरू होता है जिसमें मुख्य रूप से गले में छुड़ा डालना, पेट में छुड़ा डालना, गले को कटा हुआ दिखाना तलवार की नोक पर पत्थर पर खड़ा होना तथा इत्यादि खेल शामिल रहते हैं. वायरल हो रही समाचार गले को कटा हुआ दिखाना खेल से जुड़ा हुआ है और जिस बच्चे का कटा हुआ गला दिखाया गया है वह अभी जिंदा है और उसका नाम भावेश जोशी है.
भीलवाड़ा पुलिस के ट्विटर पर भी है इसकी जानकारी :
मैंने अपने मित्र से बात करने के बाद भीलवाड़ा पुलिस को टि्वटर पर सर्च किया और मुझे भीलवाड़ा पुलिस के टि्वटर हैंडल से एक ट्वीट देखने को मिली जो कि इसी खबर से जुड़ी हुई थी, उस ट्वीट में लिखा हुआ था "वायरल मैसेज भीलवाड़ा जिले में अंधविश्वास की हदें पार, किसी गांव में छोटे बच्चे की बलि दे गांव में निकला जुलूस" यह कोई घटना नहीं बल्कि थाना गंगापुर के ग्राम खाकरा में हर वर्ष की भांति नवरात्रि के दिनों में जादू टोना से मनोरंजन करने का एक जरिया है।
भारत आइडिया, मयंक जी का करता है धन्यवाद :
भारत आइडिया की छानबीन के बाद यह खबर पूरी तरह से झूठा साबित होता है और भारत आइडिया मयंक जी का भी दिल से शुक्रिया करता है कि उन्होंने इस खबर के बारे में भारत आइडिया को बताया जिसके बाद हमने अपने स्तर पर इसकी जांच शुरू की और पता लगाया कि यह खबर पूरी तरह से झूठी है.
संपादक : विशाल कुमार सिंह