हम राजनीती एवं इतिहास का एक अभूतपूर्व मिश्रण हैं.हम अपने धर्म की ऐतिहासिक तर्क-वितर्क की परंपरा को परिपुष्ट रखना चाहते हैं.हम विविध क्षेत्रों,व्यवसायों,सोंच और विचारों से हो सकते हैं,किन्तु अपनी संस्कृति की रक्षा,प्रवर्तन एवं कृतार्थ हेतु हमारा लगन और उत्साह हमें एकजुट बनाये रखता है.हम एक ऐसे प्रपंच में कदम रख रहें हैं जहां हमारे धर्म,शास्त्रों नियमों को कुरूपता और विकृति के साथ निवेदित किया जा रहा है.हम अपने धार्मिक ऐतिहासिक यथार्थता को समाज के सामने स्पष्ट करना चाहते है,जहाँ पुराने नियम प्रसंगगिक नहीं रहे.हम आपके विचारों के प्रतिबिंब हैं,हम आपकी अभिव्यक्ति के स्वर हैं और हम आपको निमंत्रित करते हैं,आपका अपना मंच 'BHARATIDEA' पर,सारे संसार तक अपना निनाद पहुंचायें!

96 साल की उम्र में दादी अम्मा ने दी परीक्षा 100 में मिले 98 नंबर.


नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका भारत आइडिया में, तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसी महिला के बारे में जिनकी उम्र 96 वर्ष है और इस उम्र में उन्होंने एक परीक्षा के दौरान 100 में से 98 अंक हासिल किए.

96 साल की उम्र में दादी अम्मा ने दी परीक्षा 100 में मिले 98 नंबर.

क्या है मामला:
जी हां दोस्तों आपने सही सुना, दरअसल केरल की रहने वाली 96 वर्ष की कत्यारिनी अम्मा ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिसकी उम्मीद शायद ही किसी को रही होगी. आपको बता दें कि अम्मा ने केरल के अल्पपुझा में साक्षरता मिशन के तहत आयोजित अक्षरलक्षम की परीक्षा में भाग लिया और जब इस परीक्षा का परिणाम आया तो सब चकित रह गए. अम्मा को इस परीक्षा में 100 में से 98 अंक हासिल हुए थे.


केरला है पूर्ण साक्षरता वाला राज्य:
इस उम्र में परीक्षा देने वाली अम्मा अपने जिले की पहली महिला बन गई है, इस परीक्षा में लगभग 43000 परीक्षार्थी सफल हुए हैं. यह परीक्षा 100 अंकों की थी जिसमें लिखने, पढ़ने, और मैथ्स के सवाल पूछे गए थे. आप की जानकारी हेतु हम बता दे कि केरल देश का पूर्ण साक्षरता वाला राज्य है जिसे 20 वर्ष पूर्व पूर्ण साक्षरता वाला राज्य घोषित किया गया था. दरअसल यूनेस्को के नियम अनुसार अगर किसी भी राज्य में 90 फ़ीसदी जनसंख्या साक्षर है तो उस राज्य को पूर्ण साक्षर मान लिया जाता है सो इस कारण से केरला पूर्ण साक्षरता वाला एकमात्र राज्य भारत में है.


क्या है अक्षरलक्षम ?
केरल राज्य की सरकार राज्य साक्षरता अभियान के तहत अक्षरलक्षम कार्यक्रम का आयोजन इसी वर्ष 26 जनवरी से शुरू किया था, जिसके तहत राज्य के बुजुर्ग, आदिवासी, मछुआरे, झुग्गी बस्तियों वाले लोग हिस्सा ले सकते हैं ताकि उनकी साक्षरता पर ध्यान केंद्रित किया जा सके. केरल सरकार कल अच्छे है कि वह देश में 100 फ़ीसदी साक्षरता हासिल करने वाला राज्य बने.


संपादक : विशाल कुमार सिंह

About